उमेश पाल हत्याकांड में नामजद पांच-पांच लाख के तीन इनामी शूटर 12 महीने बाद भी फरार चल रहे हैं।,उमेश पाल के दोनों सुरक्षाकर्मियों पर गोली-बम बरसाकर मौत की नींद सुलाने वाले गुड्डू मुस्लिम का कुछ सुराग नहीं मिल सका है. अतीक की बहन आयशा नूरी तक को भी पुलिस नही खोज सकी है।
शाइस्ता के साथ जैनब
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उमेश पाल हत्याकांड में अब तक की कार्रवाई को भले ही माफिया साम्राज्य के खिलाफ बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, लेकिन कई बड़े इनामी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इस हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल रहे पांच-पांच लाख के तीन इनामी शूटरों की गिरफ्तारी में मिली नाकामी पुलिस की किरकिरी की वजह भी बन रही है। शूटर गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान घटना के 12 महीने बाद भी नहीं पकड़े जा सके हैं।
उधर, अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा उर्फ रूबी और अतीक-अशरफ की बहन आयशा नूरी भी अभी फरार ही हैं। दुस्साहसिक तरीके से अंजाम दी गई इस वारदात वारदात के दौरान गुड्डू मुस्लिम बम बरसा रहा था तो साबिर व अरमान ताबड़तोड़ गोलियां चलाते दिखे थे।
साबिर ने जहां राइफल से फायरिंग की थी वहीं अरमान पिस्टल से लगातार गोलियां चलता नजर आया था। खास बात यह है कि इन तीनों शूटरों ने ही उमेश पाल की सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारा था। संदीप निषाद को साबिर और अरमान ने गोलियां मारी थीं तो राघवेंद्र पर गुड्डू मुस्लिम ने बम से हमला किया किया था। तीनों की तलाश में प्रयागराज पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ भी लगी लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।