‘उनका काम करने का मन नहीं हुआ तो इस्तीफा दे दिया’, केके पाठक के पद छोड़ने पर बोले शिक्षा मंत्री

रिपोर्ट- संतोष कुमार

बेगूसराय: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के अपने पद से इस्तीफा देने के मामले में शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर का एक बयान सामने आया है. पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम केके पाठक के मन में थोड़े ही बैठे हैं. उनका काम करने का मन नहीं हुआ तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया, हम क्या करें. कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में पहुंचे शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर की जुबान एक बार फिर से फिसल गई. उन्होंने एक जगह आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया. वहीं इस दौरान चंद्र शेखर ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा.

बता दें कि केके पाठक ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद से परित्याग पत्र दे दिया है. आईएएस अफसर केके पाठक ने शिक्षा विभाग का अपना पद छोड़ दिया है. आपको बता दें कि पद का परित्याग देने से पहले केके पाठक 16 जनवरी तक छुट्टी पर चले गए थे. छुट्टी पर जाने के बाद से ही उनके पद को छोड़ने की अटकलें तेज हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने अब अपने पद से परित्याग दे दिया है. केके पाठक ने शिक्षा विभाग की कमान संभालने के बाद काफी कड़ाई बरती थी. केके पाठक ने विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर इसकी सूचना दी है. केके पाठक ने सरकार को भेजे गए अपने परित्याग पत्र में लिखा है कि स्वेच्छा से एसीएस पद से परित्याग करता हूं.

कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया चंद्र शेखर ने
बताते चलें कि बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर आज बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया तथा कार्यक्रम को संबोधित भी किया. उन्होंने अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी सरकार ने सत्ता हासिल करने के लिए जनता को तरह-तरह के सब्ज बाग दिखाए और 15 -15 लाख रुपये हर एक खाते में भेजने का वादा किया. वहीं उन्होंने सरहद एवं सीमा सुरक्षा के संबंध में भी सब्ज बाग दिखाए. जबकि हालत यह है कि लद्दाख, डोकलाम एवं अन्य जगहों पर चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा करने का काम किया.”

पीएम मोदी पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर ने कहा, “पीएम मोदी ने प्रत्येक वर्ष 22 करोड़ नौकरी देने की बात कही थी, 9 साल से अधिक बीत जाने के बावजूद अभी तक एक लाख लोगों को भी उन्होंने नौकरी नहीं दी है. अपने आप को चौकीदार की संज्ञा देने वाले पीएम मोदी ने धीरे-धीरे सरकारी संसाधनों को निजी हाथों में बेच दिया. किसानों की आमदनी दोगुनी करने का भरोसा देकर खेती की लागत दोगुनी कर दी गई. वहीं महंगाई की मार से हर घर की गृहणियां परेशान हैं. आज हर चीज का दाम आसमान छू रहा है. मोदी सरकार ने कफन से लेकर नमक तक पर जीएसटी लगाने का काम किया. सीमा सुरक्षा की बात करें तो चीन की बात तो दूर नेपाल जैसे छोटे देश ने भी 7000 एकड़ से अधिक भूमि पर कब्जा कर लिया.”

धर्म के नाम पर ठग रही है मोदी सरकार
शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर केवल यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा, “पीएम मोदी की भाजपा सरकार ने आज तक सिर्फ हिंदू-मुसलमान, कश्मीर-पाकिस्तान की बात कर लोगों को ठगा है. लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार ने लोगों से जो वादा किया उसे पूरा किया और लाखों लोगों को नौकरी दी. आज गांव-गांव अक्षत भेजने का काम किया जा रहा है और लोगों से उगाही जारी है, जबकि नौकरी देने की बात की जानी चाहिए थी. लोग चाहे किसी भी धर्म के हों उन्हें अपने भगवान पर आस्था है. गरीबों को चाहिए रोटी, कपड़ा और मकान. लेकिन आज गरीबों से मकान का हक ले लिया गया और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मार्च 2022 के बाद गरीबों को नहीं मिला है और 12 लाख करोड़ रुपये की बंदरबांट कर ली गई.”

बिहार में मिल रहा गरीबों को लाभ
चंद्र शेखर ने कहा, “तमिलनाडु के बाद बिहार दूसरा ऐसा राज्य बना जहां जाति आधारित गणना करवाई गई और आज मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को लाभ भी मिल रहा है. भगवान ने वर्ण व्यवस्था की स्थापना नहीं की और ना ही उन्होंने लोगों को जातियों में विभक्त किया था. लेकिन आज यह लोग जाति में बांट कर वर्ण व्यवस्था को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. शबरी के बेर खाने वाले राम को हम मानते हैं लेकिन जो सबरी के बेटे को मंदिर में न घुसने दें उसको हम नहीं मानते. 2018 में तात्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जगन्नाथ पुरी मंदिर में घुसने नहीं दिया गया था. वर्तमान राष्ट्रपति को भी घुसने नहीं दिया गया. जब हमने इस बात को दोहराया और कहा कि जाति प्रथा भगवान द्वारा नहीं बनाई गई वह पुरखों की गलती से बनी है तो उसे मानने की जरूरत नहीं. तो हमारी जीभ की कीमत 10 करोड़ रुपये लगा दी गई. वही बात जब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने की तो किसी ने चूं तक नहीं की.”

Tags: Bihar News, Education Minister, Modi government, PM Modi

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