नई दिल्ली. अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दो दिन पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण मिला. उन्हें यह स्पीड पोस्ट के माध्यम से मिला है. उद्धव को इससे पहले आमंत्रित नहीं किया गया था. जिसके चलते शिव सेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने भाजपा की आलोचना की थी.
अब जब उन्हें डाक से निमंत्रण मिला है, तो पार्टी ने इस पर भी नाराजगी जाहिर की है. वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि भगवान राम उन्हें (निमंत्रण भेजने वालों को) श्राप देंगे. उन्होंने कहा कि आप मशहूर हस्तियों और फिल्मी सितारों को विशेष निमंत्रण दे रहे हैं, जबकि उनका राम जन्मभूमि से कोई लेना-देना नहीं है.
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार राउत ने कहा कि ठाकरे परिवार ने राम जन्मभूमि आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी. उस परिवार के साथ भाजपा इस तरह का व्यवहार कर रही है. भगवान राम माफ नहीं करेंगे. वह इसके लिए श्राप देंगे. आप भगवान राम से प्रार्थना कर रहे हैं और रावण की तरह सरकार चला रहे हैं.
मंदिर जाने के लिए निमंत्रण की जरूरत नहीं
उद्धव ठाकरे ने निमंत्रण न मिलने पर पहले कहा था कि उन्हें राम मंदिर जाने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं है. वह पहले भी कई बार वहां जा चुके हैं. उन्होंने यह भी मांग उठाई थी कि मंदिर में प्राण मोदी की बजाए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए था. राम मंदिर उनके पिता बालासाहेब ठाकरे का सपना था.
मैं अंधभक्त नहीं- उद्धव
उद्धव ठाकरे ने मंदिर निर्माण पर खुशी जाहिर की है. हालांकि उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि भगवा पार्टी ने इस आयोजन पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने कहा कि मैं मैं राम भक्त हूं, देश भक्त हूं, अंध भक्त नहीं. राम मंदिर का निर्माण मेरे पिता का सपना था. उन्होंने यह भी घोषणा की है कि वह 22 जनवरी को नासिक के कालाराम मंदिर में उसी समय पूजा करेंगे जब पीएम मोदी राम मंदिर का उद्घाटन कर रहे होंगे.
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FIRST PUBLISHED : January 21, 2024, 05:03 IST