तनुज पाण्डे/ नैनीताल : सुबह की शुरुआत हो या फिर ठंड का मौसम भारत में लोगों के दिन की शुरुआत चाय की चुस्कियों से ही होती है. चाय भारत में सर्वाधिक पिए जाने वाला पेय है. भारत के विभिन्न राज्यों में भी चाय की बहुतायत में खेती होती है. जिसकी डिमांड विदेशों तक है.भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश है. भारत में सर्वाधिक चाय का उत्पादन असम और पश्चिम बंगाल में होता है. उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भी अनुकूल परिवेश होने के कारण चाय का उत्पादन किया जा रहा है.
उत्तराखंड के नैनीताल से लगभग 17 किमी की दूरी पर श्यामखेत (Shyamkhet Tea Garden)में बेहद ही सुंदर चाय बगान (Tea Garden) स्थित है. जहां चाय के साथ ही साथ आप प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद ले सकते हैं. चारों तरफ खुबसूरत पहाड़ों से घिरा होने के कारण यहां के खूबसूरत नजारों का दीदार करने साल भर पर्यटकों की खासी भीड़ दिखाई देती है.
चाय की खेती के लिए है अनुकूल परिवेश
चाय बगान की कर्मचारी अल्का ने बताया कि चाय उत्पादन ठंडे इलाकों में ढालदार खेतों में किया जाता है. जिससे पौधों की जड़ों में पानी इकट्ठा ना हो. अल्का ने बताया कि यहां की मिट्टी का pH भी चाय की खेती के अनुकूल है.
कोमल पत्तियों से बनाई जाती है चाय
चाय का उत्पादन चाय के पौधे की कोमल पत्तियों से किया जाता है. इसके लिए पत्तियों को तोड़कर उनका नमी कम किया जाता है फिर मशीन के माध्यम से रोलिंग और फॉर्मेशन कर उन्हें ड्राई किया जाता है. उसके बाद ग्रीडिंग करके चाय पत्ती तैयार की जाती है
40 साल पहले हुई थी शुरुआत
अल्का ने बताया कि श्यामखेत में चाय बागान की शुरुआत सन 1995 से हुई थी. 40 एकड़ में फैले इस बगान में सबसे पहले दार्जलिंग से चाय के पौधे लाकर लगाए गए थे. तबसे यहां निरंतर चाय की खेती की जा रही है. इसके अलावा नैनीताल के रामगढ़, निंगलाट, गरमपानी में भी चाय उगाई जा रही है.आगरा से आए रमनजीत ने बताया कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता सुकून देने वाली है. यहां चारों तरफ हरियाली है और शांति है. वो यहां बनी चाय को लेकर जाएंगे.
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FIRST PUBLISHED : October 30, 2023, 20:06 IST