“उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल के निर्माण में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं”: अदाणी ग्रुप

उत्तरकाशी के टनल में 16 दिन से 41 मजदूर फंसे हुए हैं.

खास बातें

  • अदाणी ग्रुप ने मजदूरों के प्रति जताई संवेदना
  • 12 नवंबर की सुबह ढह गया था टनल का एक हिस्सा
  • 41 मजदूरों को निकालने के लिए 16 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

नई दिल्ली:

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल हादसे को लेकर अदाणी ग्रुप ने इसके निर्माण कार्य में किसी भी तरह का लिंक होने की अफवाहों को खारिज किया है. अदाणी ग्रुप ने कहा कि इस टनल के निर्माण में ग्रुप या ग्रुप की कोई कंपनी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नहीं जुड़ी है. बता दें, दो हफ्ते पहले टनल का एक हिस्सा ढह गया था, जिसकी वजह से 41 मजदूर अंदर फंसे हुए हैं. इन मजदूरों को बाहर निकालने के रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

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अदाणी ग्रुप ने सोमवार को आधिकारिक बयान जारी किया. अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि टनल का निर्माण कर रही कंपनी में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं है.

अदाणी ग्रुप के बयान में कहा गया, ”हम पूरी तरह स्पष्ट करते हैं कि अदाणी ग्रुप या उसकी किसी सहायक कंपनी टनल के निर्माण में किसी भी तरह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई नहीं है. हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि टनल के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं है.”

12 नवंबर को लैंडस्लाइड के बाद निर्माणाधीन सिल्क्यारा-बारकोट टनल का एक हिस्सा धंस जाने के बाद से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. सिल्क्यारा-बारकोट टनल चारधाम रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा है. हैदराबाद स्थित नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड ( Navayuga Engineering Company Limited) इसका निर्माण कर रही है.

अदाणी ग्रुप ने अपना नाम इस हादसे से जोड़ने की किसी भी “नापाक कोशिश” की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “इस समय, हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं फंसे हुए श्रमिकों और उनके परिवारों के साथ हैं.”

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(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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