अरशद खान/देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड के परिवेश पर बनी हिंदी फीचर फिल्म केदार, एक साधारण युवा के असाधारण संघर्ष की कहानी है, जो यकीनन ही आपके दिल को छू लेगी. इस फिल्म के अभिनेता देवा धामी द्वारा निभाया गया किरदार उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी एक ऐसी पीड़ा को दर्शाया गया है जिसे देख आपकी आंखे नम हो जाएंगी. पहाड़ी इलाकों में सड़को के अभाव के चलते मरीजों को दुल्हन वाली डोली में सड़क तक पहुंचाया जाता है. फ़िर वहां किसी वाहन के जरिए दूर-दराज के अस्पताल में पहुँचाया जाता है. केदार सिंह नेगी से देश का हर एक युवा अपने आप को जुड़ा हुआ महसूस करेगा.
लोकल 18 से बातचीत करते हुए फिल्म के एक्टर देवा धामी बताते हैं कि उत्तराखंड में बनी और उत्तराखंड के कलाकारों के द्वारा बनाई गई यह हिंदी भाषी फिल्म दर्शकों के बीच धमाल मचा रही है. दिल्ली, गाजियाबाद और पिथौरागढ़ में फिल्म पहले ही रिलीज की जा चुकी है. और अब देहरादून में भी लोग सिल्वर सीटी सिनेमा राजपुर रोड में शाम 4 बजे के शो में फिल्म देख सकते हैं.
पलायन का दर्द सोचने पर कर देगा मजबूर
उत्तराखंड की परिस्थितियों को बखूबी फिल्माते हुए डायरेक्टर कमल मेहता ने उत्तराखंड में ग्रामीण परिवेश में युवाओं को रोजगार न मिलने की समस्या और उसके साथ किस तरह केदार नाम का एक युवा अपने सपनों का गला घोंटकर गुरुग्राम की ओर चल पड़ता है. यह दृश्य उत्तराखंड के हर युवा की निजी जिंदगी से जुड़ा हुआ माना जा सकता है.
क्या है फिल्म का उद्देश्य?
केदार का अपने पिताजी के नाम पर अपने गांव में एक बड़ा अस्पताल बनाने का सपना होता है. क्योंकि उनके पिताजी की मौत गांव में अस्पताल न होने और सही समय पर उपचार न मिलने के कारण होती है. इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य है उस युवा वर्ग को दिशा दिखाना है जो अपने सपनों को छोड़ कर नौकरी की तलाश में पहाड़ से पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं और अंततः दिशा भ्रमित हो जाते हैं.
.
Tags: Dehradun news, Entertainment news., Local18, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : November 19, 2023, 16:18 IST