उत्तराखंड के देहरादून में फर्जी सिम कार्ड घोटाले का भंडाफोड़

fake sim cards scam

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली के चांदनी महल के तुर्कमान गेट निवासी मुदस्सिर मिर्जा के पास से तीन हजार फर्जी सिम कार्ड बरामद किये गये हैं। उन्होंने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने स्थानीय साइबर अपराध पुलिस थाने में 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई।

देहरादून। उत्तराखंड पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने एक फर्जी सिम कार्ड घोटाले का भंडाफोड़ कर गिरोह के सरगना को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ (साइबर अपराध) आयुष अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली के चांदनी महल के तुर्कमान गेट निवासी मुदस्सिर मिर्जा के पास से तीन हजार फर्जी सिम कार्ड बरामद किये गये हैं। उन्होंने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने स्थानीय साइबर अपराध पुलिस थाने में 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। 

पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता को सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश का लालच दिया गया। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आरोपी को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों के अनुसार मिर्जा ने लोगों के साथ धोखाधड़ी के लिए स्मार्ट उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले ‘एम2एम’ सिम का इस्तेमाल किया। उसने एक कंपनी को सीसीटीवी लगाने वाली कंपनी के रूप में दिखाकर पंजीकृत कराया। 

फर्जी कंपनी के नाम पर लगभग 45,000 सिम कार्ड (‘एयरटेल’ के 29,000 और ‘वोडाफोन-आइडिया’ के 16,000 सिम कार्ड) जारी करवाये गए। उन्होंने बताया कि मिर्जा ने इन नंबर को अन्य साइबर धोखाधड़ी के लिए आगे बेच दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इसे राष्ट्रीय स्तर का घोटाला बताते हुए कहा कि गिरोह की हर गतिविधि को मिर्जा ही अंजाम दे रहा था। अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों से मिली जानकारी एसटीएफ से साझा की गई है, जिसे विस्तृत जांच के लिए टीम को विभिन्न स्थानों पर भेज दिया गया है।

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