शुभम मरमट/उज्जैन. महाकाल की नगरी में काल भैरव जयंती के अगले दिन बुधवार को शाम चार बजे से भैरवगढ़ क्षेत्र स्थित काल भैरव मंदिर से बाबा की सवारी निकाली गई. सवारी से पूर्व बाबा का आकर्षक श्रृंगार किया गया व परंपरा अनुसार सिंधिया परिवार की ओर से पगड़ी धारण कराई गई. सवारी निकलने के पहले कलेक्टर ने बाबा काल भैरव की प्रतिमा का पूजन आरती कर सवारी को आगे बढ़ाया.
पुजारी ऐश्वर्य चतुर्वेदी ने बताया कि मंदिर से परंपरानुसार बाबा के जन्मोत्सव के अगले दिन बाबा की पड़ी बदली जाती है और सवारी निकलती है. नगर भ्रमण के दौरान सभी के कल्याण के लिए भगवान काल भैरव से प्रार्थना की जाती है. बाबा की प्रतिमा पालकी में विराजित कराने के बाद सवारी प्रारंभ होती है. सवारी के साथ पुलिस बल के सशस्त्र जवान, बैंड, ढोल, ध्वज, घोड़े, बग्घी के साथ ही बड़ी संख्या में भक्त भी शामिल थे.
जेल गेट पर किया काल भैरव का पूजन
काल भैरव मंदिर से सवारी प्रारंभ होकर केंद्रीय जेल भैरवगढ़ पहुंची. यहां पर जेल प्रशासन द्वारा भगवान काल भैरव की अगवानी के लिए साज-सज्जा की गई थी. इस दौरान जेल सुपरिटेंडेंट मनोज साहू ने पालकी में विराजित बाबा काल भैरव का पूजन कर आरती की. वहीं जेल गेट पर पुलिस बल ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया. जेल के अंदर से ही बड़ी संख्या में कैदियों ने बाबा के दर्शन किए. पूजन के पश्चात सवारी शिप्रा तट सिद्धनाथ मंदिर पहुंची.
कैदियों ने जमकर पुष्प बरसाए
काल भैरव की सवारी आती देख केंद्रीय भेरूगढ़ जेल में कैदियों द्वारा बाबा पर पुष्प वर्षा की गई. जय काल भैरव के जयकारे भी लगाए गए. कैदियों ने बाबा के स्वागत में बड़ी-बड़ी फूलों की रंगोली भी बनाई. इसी के बाद महिला कैदी भी भजन कीर्तन करते नजर आईं.
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FIRST PUBLISHED : December 6, 2023, 23:27 IST