शुभम मरमट/उज्जैन. महाकाल की नगरी चमत्मकारों से भरी पड़ी है. यहां कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी पौराणिक मान्यताएं हतप्रभ करती हैं. मंदिरों में छप्पन भोग लगाए जाने की खबरें तो आपने अक्सर सुनी और देखी होंगी, लेकिन उज्जैन के इस मंदिर में भैरवनाथ को लगाया जाने वाला यह महाभोग अपने आप में खास है.
पौराणिक मान्यता के अनुसार यह मंदिर 56 भैरव नाम से प्रसिद्ध है. इस मंदिर में भैरव बाबा के 56 स्वरूप देखने को मिलते हैं, जो सभी तांत्रिक क्रियाओं के लिए विशेष माने गए हैं. तंत्र क्रिया की साधना अघोरी व तांत्रिक क्रिया करते हैं. इस मंदिर में दुनिया भर से तांत्रिक भी सिद्धि हासिल करने आते हैं.
विदेशों की शराब का लगा भोग
उज्जैन में 56 भैरव बाबा के अनगिनत भक्त हैं. मंदिर के भक्तों की संख्या विदेशों में भी काफी है, जो प्रतिवर्ष अपनी ओर से विदेश की जानी-मानी शराब प्रसाद के लिए लेकर आते हैं. काल भैरव जयंती पर इस बार भी विदेश के कई भक्तों ने अलग-अलग देशों से 101 प्रकार की मदिरा बाबा को भोग के रूप में चढ़ाई.
3100 प्रकार के व्यंजन का भोग
वैसे तो बाबा को छप्पन भोग लगाने की मान्यता है, लेकिन बक्शीपुर स्थित 56 भैरव पर उनके मनपसंद 3100 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया, जिसमें इस महाभोग में भगवान 56 भैरव को शराब, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू के साथ भांग, अफीम और गांजा भी अर्पित किया गया.
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FIRST PUBLISHED : December 5, 2023, 21:36 IST