ईरान के कपडे से तैयार होती है ‘कश्मीरी ब्लैकबेरी साड़ी’, जानिए इसकी खासियत

अनुज गौतम / सागर. साड़ियां तो आपने खूब देखी होंगी, लेकिन सागर में राजस्थान उत्सव प्रदर्शनी में आई “कश्मीरी ब्लैक बैरी साड़ी” लोगों का मन मोह रही है. इन साड़ियों को पहनने के बाद महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं. हैंडलूम से बनाए जाने के बाद भी मशीन से अच्छी फिनिशिंग और साइनिंग है.

खास बात यह है कि इसका कपड़ा ईरान से आता है. फिर कश्मीर में इस पर कढ़ाई की जाती है, इसमें जो गोल्डन रंग के धागे से होने वाले काम को तिला वर्क कहते है, और जो काले धागे का इस्तमाल होता है उसे नीडल वर्क कहते हैं. एक साड़ी को तैयार करने में कम से कम 25 दिन का समय लगता जाता है.

25 हजार तक है कीमत
कश्मीरी साड़ियों को लेकर सागर आए आकिब कश्मीरी ने कहा कि वह गुलबंद के पास मागम के रहने वाले हैं. वह पिछले कुछ सालों से देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर कश्मीरी साड़ियों का काम कर रहे हैं. कश्मीरी ब्लैकबेरी साड़ी को इसी साल लॉन्च किया गया है. इसकी कीमत 18 से लेकर 25000 तक है. इसको घर पर आराम से धोया जा सकता है यह साड़ी रोजाना इस्तेमाल करने धोने पर भी कम से कम 5 साल तक ऐसे ही चमकती रहेगी. सर्दी के दिनों में पहनने पर इसमें ठंड का एहसास कम होगा.

विभिन्न प्रकार की कश्मीरी वैरायटी साड़ी उपलब्ध
कश्मीरी साड़ियों में यही सबसे महंगी साड़ी है हैंडलूम से बनी सबसे सस्ती साड़ियो में 800 रूपये से लेकर 25,000 तक कि रेंज में साडियो की सीरीज उपलब्ध हैं. इस प्रदर्शनी में चिनान, लिनन, पश्मीना सिल्क,मलबीरी सिल्क, कोसा सिल्क, ओरगेंजा, ट्रशर सिल्क सहित अन्य वैरायटीओ में साड़ियां है.

दिवाली तक राजस्थानी उत्सव प्रदर्शनी
राजस्थान उत्सव प्रदर्शनी में साड़ियों के अलावा जूते चप्पल दुपट्टे सूट भागलपुर साड़ी जयपुरी बेडशीट कालीन , कई प्रकार आचार सहित आने तरह के कई स्टॉल लगाए गए हैं. यह प्रदर्शन आई दिवाली तक जारी रहेगी. यहां पर खरीदारी करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. वहीं बच्चों के लिए मनोरंजन के भी साधन उपलब्ध हैं.

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