धीरज कुमार/किशनगंज : कब किसी इंसान की किस्मत बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है. ऐसा ही कुछ हरियाणा से बिहार आए नौजवान के साथ हुआ हरियाणा के रोहतक के रहने वाले राजवीर सिंह जो 4 साल पहले अपने चाचा के पास घूमने के लिए बिहार का किशनगंज आया. मार्केट में घूमने के बाद उसने एक दुकान पर देखा की जलेबी खाने को लेकर यहां के लोग काफी शौकीन है, तो उसने फिर यहीं पर जलेबी की दुकान खोल डाला. आज शहर में इनकी जलेबी की इतनी क्रेज है कि हर किसी के जुबान पर हरियाणवी जलेबी का नाम आता है.
Local-18 बिहार से बात करते हुए राजवीर ने बताया कि वह 4 साल पहले अपने चाचा के पास बिहार के किशनगंज घूमने के लिए आया था. शहर में जलेबी की क्रेज देखकर उसने जलेबी की दुकान खोलने का मन बनाया. फिर क्या किशनगंज के गांधी चौक बाटा शोरूम के आगे खुल गई हरियाणवी जलेबी की दुकान. आज इनकी जलेबी की डिमांड इतनी तगड़ी है कि वह इसको पूरा नहीं कर पाते हैं.
खास तरीके से तैयार होती है इनकी जलेबी
हर रोज 30 से 40 केजी मैदा की आसानी से खपत हो जाती है. वही 50 से 60 किलो जलेबी हर रोज राजवीर बेचता है. इनकी जलेबी की खास बात यह है कि यह जलेबी में घी और इलायची का इस्तेमाल करते हैं. एकदम सिंपल तरीके से जलेबी बनाते हैं. जो लोग अत्यधिक मात्रा में पसंद कर रहे हैं शहर के लोग इनके जलेबी के मुरीद है. मुनाफा की बात पूछने पर राजवीर ने बताया कि हर रोज₹3000 तक आसानी से कमा लेते हैं. जिस घर परिवार का गुजर-बसर अच्छे से चल जाता है.
घी और इलायची से तैयार होती है गरमा-गरम हरियाणवी जलेबी
हरियाणवी जलेबी की खास बात यह है कि ये साधारण जलेबी से काफी अलग और स्वादिष्ट होता है. इसमें मेदा के साथ-साथ घी और इलायची का प्रयोग किया जाता है, जो की जलेबी के स्वाद को और चार चांद लगा देता है. बिहार के लोग काफी तादाद में हरियाणवी जलेबी को पसंद कर रहे है.
₹160 किलो मिलती है हरियाणवी जलेबी
हरियाणवी जलेबी 160 रुपया किलो मिलता है. वहीं इसके अलावा ₹10 ₹20 करके भी लोग उनके यहां खरीदने हैं. दुकान का लोकेशन किशनगंज शहर के बीचों-बीच गांधी चौक के समीप बाटा शोरूम के आगे में है. हर रोज दिन के 12:00 बजे से बनी शुरू हो जाती है और रात्रि के 10:00 बजे तक इनके दुकान पर हरियाणवी जलेबी खाने लोगों का जमावड़ा लगता है.
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FIRST PUBLISHED : September 28, 2023, 00:11 IST