रायबरेलीः केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार तक ग्रामीण अंचल क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित कर रही है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर होने के साथ ही सशक्त बन सकें. इसी कड़ी में रायबरेली में भी सरकार द्वारा चलाई जा रही ग्रामीण आजीविका मिशन योजना महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के तहत महिलाएं जहां एक और जागरूक और आत्मनिर्भर बन रही है. तो वहीं कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने इस योजना से जोड़कर सफलता की एक नई कहानी लिखी है.
दरअसल रायबरेली जनपद के हरचंदपुर क्षेत्र की सुभाषिनी भी वर्ष 2013 में इस योजना से जुड़ी. उस समय उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी. लेकिनइस योजना से जुड़ने के बाद उनके जीवन में काफी बदलाव आ गया. इस योजना से जुड़ने के बादउन्होंने जैविक खाद बनाना शुरू किया. जिसे वे रायबरेली जनपद समेत प्रदेश के अन्य जनपदों में भी किसानों को जैविक खाद उपलब्ध करा रही हैं.
आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं
सुभाषिनीके मुताबिक वह इस कार्य के जरिए कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रही हैं. साथ ही अपने गांव की कई अन्य महिलाओं को गांव में ही रोजगार उपलब्ध करा रही हैं. ग्रामीण आजीविका मिशन योजना से जुड़ने के बाद उन्होंने जैविक खाद बनाना शुरू किया. तो इस कार्य के लिए उन्हें और लोगों की जरूरत थी. तो उन्होंने कई गांव ही कई महिलाओं को इससे जोड़कर उन्हें गांव में ही रोजगार उपलब्ध करा रही हैं. जिससे वह महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन रही हैं
इस योजना से जुड़कर उनके जीवन में आया बदलाव
LOCAL 18 से बात करते हुए सुभाषिनी ने बताया जबसे वह इस योजना से जुड़ी हैं तब से उनके जीवन में काफी बदलाव आ गया है. पहले उनके परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी. लेकिन अब उनका पूरा परिवार खुशहाल पूर्वक जिंदगी जी रहा है. साथ ही वह बताती है की इसके जरिए वह सालाना 50 से 60 हजार रुपए की घर बैठे कमाई कर लेती हैं.इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए जिला मिशन प्रबंधक शैलेश तिवारी ने बताया की ग्रामीण अंचल क्षेत्र की महिलाएं इस योजना से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने के साथ ही अच्छी कमाई कर रही हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 12, 2023, 21:08 IST