इस शिक्षक ने योग को दे दी अपनी आधी जिंदगी, 31 साल से दे रहे फ्री ट्रेनिंग

मोहन ढाकले/बुरहानपुर. मानव जीवन में योग प्राणायाम का महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है. ऋषि मुनियों के समय योग प्राणायाम रोजाना करने की एक प्रथा थी. फिर हाईटेक युग आने के बाद योग प्राणायाम में कमी देखने को मिली. लेकिन कोरोना महामारी के बाद से अब लोग योग प्राणायाम को ओर बढ़ चढ़ कर अपना रहे है. इन सब के पूछे एक बड़ा योगदान है उन योग गुरुओं का जिन्होंने योग साधना के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया. ऐसे ही एक गुरु है बुरहानपुर जिले के इंदिरा कॉलोनी क्षेत्र में जो प्रशिक्षक मास्टर है. ये 1992 से लोगों को निशुल्क योग प्राणायाम सीखा रहे है, इनका नाम भास्कर डोंगरे है और इंदिरा कॉलोनी क्षेत्र में रहते है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों को भी भास्कर योग सिखाते हैं. वह सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक निशुल्क योग प्रशिक्षण देते हैं. उन्होंने आज तक 31 वर्ष में हजारों लोगों को योग प्राणायाम सिखाया है.

जब योग प्रशिक्षक मास्टर ट्रेनर भास्कर डोंगरे ने कहा कि मेरी उम्र 55 वर्ष है और मैं शिक्षक हूं. मेरे द्वारा 1992 से लोगों को निशुल्क योग प्राणायाम सिखाया जा रहा है. मुझे 2010 में राज्य स्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ और मुझे जिला प्रशासन के साथ अन्य सामाजिक संस्थाएं भी सम्मानित कर चुकी है. मेरे द्वारा लेटने वाले आसन से लेकर स्वास क्रिया के आसान भी लोगों को सिखाए जाते हैं. मेरे द्वारा 31 वर्षों में हजारों लोगों को योग प्राणायाम सिखाया जा रहा है. मेरा मुख्य उद्देश्य लोग स्वस्थ रहें इसके लिए मैं बच्चों से लेकर तो बुजुर्गों तक को योग सीखा रहा हूं.

योग स्वास्थ्य के लिए है लाभकारी
योग प्राणायाम करना सुबह के समय में स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना गया है. डॉक्टर भी योग प्राणायाम करने की मरीज को सलाह देते है. सुबह के समय में योग करने से शरीर की सभी क्रियाएं एक साथ काम करती है.

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FIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 19:15 IST

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