इस शहर में खत्म होने की कगार पर है ऊनी वस्त्रों के बुनाई की कला, जानें वजह

आशुतोष तिवारी/ रीवा.वक्त के साथ हो रहे बदलाव और फैशन के आगे पुरानी चीजों को ज्यादा दिनों तक तरजीह नहीं दी जा सकती. तभी तो आज ठंड में लोग ऊनी वस्त्रों की जगह रेडीमेड गर्म कपड़ो पर ज्यादा भरोसा करने लगे हैं. यही वजह है कि आज हाथों की कला फिकी पड़ने लगी है. जबकि पहले ऊन के धागे से बनी हुई ऊनी स्वेटर ही पहनी जाती थी.

आपने बचपन में दादी, मम्मी, बुआ के हाथों की बुनी हुई स्वेटर पहनी भी होगी. लेकिन समय इतनी तेजी से बदला कि ये कला कब खत्म होने की कगार पर पहुंच गया, इसका एहसास ही नहीं हुआ. ऊन के धागे से बनी हुई ऊनी स्वेटर की जगह अब लोगों को रेडिमेड स्वेटर ज्यादा पसंद आ रही है. पहले घर की महिलाएं बैठे बैठे ऊन के धागे से गर्म कपड़ों की बुनाई करती थी. लेकिन बदलते दौर के साथ बुनाई की कला पीछे छूट रही है और रेडीमेड स्वेटर को ही पसंद किया जाने लगा है.

स्वेटर, दस्ताने, टोपी में झलकता था अपनापन
हाथ से बुने स्वेटर में नरमी तो वही है, लेकिन दौर बदल गया है. भले ही ऊनी स्वेटर ठंड से बचाने में काफी मददगार है. हाथ से बुने स्वेटर, दस्ताने, टोपी और मोजे में अपनत्व भी झलकता था. एक ऐसा अपना पन रहता था जिसका अब कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. बुजुर्ग महिलाएं बताती हैं कि जाड़े के दिनों में किसी को उपहार देने को सबसे अच्छी वस्तु हाथ से बुने हुए स्वेटर को ही माना जाता था. अपने हाथ से बने स्वेटर जब किसी को दिया जाता था. तो जीवन भर उसकी याद ताजा रहती थी. घर बच्चों के लिए उनकी माताएं ठंड आने से पहले से ही उनके लिए स्वेटर बुनना शुरू कर देती थी. जिसमें कई प्रकार के डिजाइन और हाथों का हुनर झलकता था लेकिन अब ये सारी बातें बीते जमाने की हो गई हैं.

दिखने में आकर्षक दिखते थे हाथ से बने स्वेटर
फैशन डिजाइनर व गर्म कपड़ों की विक्रेता बॉबी तिवारी ने कहा कि उन के गोलों के साथ पहले हाथ से बने स्वेटर की बिक्री भी बाजार में की जाती थी. घर में बनाए जाने वाले ऊनी कपड़ों की यह खासियत होती थी कि घर में बच्चों के लिए दादी मम्मी मिलकरस्वेटर बुनती थी. जाड़े में ऊन से सिर्फ रंग बिरंगे डिजाइनर स्वेटर ही नहीं बुने जाते थे बल्कि टोपी से लेकर पैर के मोजे तक की बुनाई महिलाएं घर में करती थी.अब बहुत ही कम लोग ऐसे दिखते है जो हाथों से बने स्वेटर पहने नजर आते हो.

Tags: Local18, Madhya pradesh news, Rewa News

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *