रूपांशु चौधरी/हजारीबाग. बाल कविताएं बच्चों के अंदर पढ़ाई की रुचि विकसित करने और उनके अंदर भाषा का ज्ञान देने के लिए अहम मानी जाती हैं. हजारीबाग जिले के रहने वाले ज्यूडिशल अस्सिटेंट सह कार्टूनिस्ट अनंत ने बच्चों के लिए बाल कविताएं लिखी हैं. इस कविता श्रृंखला का नाम फूल से सुंदर बच्चे हैं. इसका प्रकाशन शुभदा प्रकाशन, साहिबाबाद से हुआ है. इस पुस्तक में 101 बाल कविताएं हैं. सभी कविताओं को मनोरंजक बनाने के लिए इसमें कार्टून का इस्तेमाल किया गया है.
लेखक अनंत ज्ञान बताते हैं कि पुस्तक को लिखने का मुख्य मकसद है कि बच्चे आज पुस्तकों से दूर होते जा रहे हैं. यदि हम बच्चों को मोबाइल की दुनिया से निकाल कर पुस्तकों की दुनिया में ला सकें तो इससे हम नई पीढ़ी को जीवन मूल्य, संस्कार, संस्कृति और परंपराओं से जोड़ सकते हैं, जिसकी आज नितांत आवश्यकता है. बाल साहित्य के द्वारा बच्चों के बाल मन को साहस, बलिदान, त्याग, परिश्रम, परोपकार जैसे गुणों से सींचने का कार्य किया जा सकता है.
बचपन से ही कविता लिखने का था शौक
उन्होंने आगे बताया कि उन्हें बचपन से ही कविताएं लिखने और कार्टून बनाने का शौक था, जिस कारण से वह कुछ ना कुछ लिखते ही रहते थे. इस पुस्तक को लिखने की शुरुआत आज से 2 साल पूर्व की थी. उम्मीद है कि ये बच्चों को पसंद आएगी. इससे पूर्व में अनंत ज्ञान कथा स्वर, कथा व्योम, काव्य मयूरी, झारखण्ड कुसुम, नीलंबरा, नर्मदा के रत्न, युग हस्ताक्षर आदि पुस्तक लिख चुके हैं. ‘फूल से सुंदर बच्चे’ अभी हजारीबाग के कई बुकस्टोर के अलावा ऑनलाइन प्लेटफार्म एमेजॉन पर उपलब्ध है. पुस्तक 185 पन्नों की है. इसका मूल्य 250 रुपए है.
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FIRST PUBLISHED : February 22, 2024, 23:54 IST