तनुज पाण्डे/नैनीताल : उत्तराखंड का नैनीताल पूरे देश में अपनी सुन्दरता के लिए जाना जाता है. यहां के रमणीय पर्यटक स्थलों के कारण नैनीताल पर्यटकों की पहली पसंद रहता है. वैसे तो नैनीताल और इसके आस पास कई बेहद खूबसूरत पर्यटक स्थल है, लेकिन नैनीताल का चिड़ियाघर (Nainital Zoo) अपने आप में बेहद खास है. एशिया का सबसे हाई एल्टिट्यूड जू होने के साथ-साथ यहां देश के कोने-कोने से लाए गए जानवरों की कई सारी प्रजातियां मौजूद हैं.
सुन्दर ओक प्रजाति के बांज और बुरांश के पेड़ों से घिरे और समुद्रतल से लगभग 2100 मीटर की ऊंचाई पर शेर का डंडा पहाड़ी में स्थित यह एशिया का सबसे हाई एल्टिट्यूड जू है. 11 एकड़ में फैले इस चिड़ियाघर को नैनीताल में 1984 से स्थापित करने की कवायद शुरू की गई थी. साल 1995 में इस चिड़ियाघर को पर्यटकों और आम नागरिकों के लिए भी खोल दिया गया था. वर्तमान में यहां देश विदेशों से लाए गए कुल 200 जानवर और पक्षी मौजूद हैं, जिनमें तेंदुआ, बंगाल टाइगर, तिब्बती भेड़िया, हिमालयन ब्लैक बीयर, मोनाल, रेड पांडा, सिल्वर फीजेंट और मारखोर जैसी प्रजातियां शामिल हैं.
पंडित गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर चिड़ियाघर का नाम
उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और भारत के चौथे गृह मंत्री भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर इस चिड़ियाघर का नाम रखा गया है. दरअसल 1995 में नैनीताल चिड़ियाघर की स्थापना के समय इसे नैनीताल प्राणी उद्यान नाम दिया गया था.
साल 2000 में बनी जू सोसाइटी ने नए नाम की संस्तुति की और इसका नाम भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान रखा गया. जानकारी के मुताबिक, सितंबर 2017 में महापुरुषों के नाम पर रखे सार्वजनिक स्थलों में उनके नाम के आगे भारत रत्न आदि उपाधियों को हटाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इसका नाम केवल गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान कर दिया गया.
जानवरों के साथ-साथ परिसर भी बेहद खूबसूरत
लगभग 11 एकड़ में फैले नैनीताल चिड़ियाघर का परिसर भी बेहद खूबसूरत है. जगह-जगह खूबसूरत पेटिंग्स से इसकी दीवारों को कुमाऊंनी शैली में सजाया गया है, जो यहां आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. वहीं पूरे परिसर में घूमने के बाद आप यहां स्थित बेहद खूबसूरत पार्क में आराम भी कर सकते हैं. यहां लगाए गए फूल इस पार्क की सुन्दरता को और बढ़ा देते हैं.
शटल सेवा से आ सकते हैं चिड़ियाघर
नैनीताल चिड़ियाघर तल्लीताल में स्थित है, जहां माल रोड पर जू शटल सेवा कर जरिए आसानी से पहुंचा जा सकता है. इसके अलावा यहां तक पैदल और दोपहिया वाहनों के जरिए भी पहुंचा जा सकता है. चिड़ियाघर गुरुवार को छोड़कर बाकी सभी दिन पर्यटकों के लिए सुबह 10 बजे से शाम साढ़े चार बजे तक खुला रहता है. चिड़ियाघर में प्रवेश के लिए 100 रुपये शुल्क रखा गया है. 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और सीनियर सिटीजन मुफ्त में जू का भ्रमण कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 5, 2023, 02:16 IST