मोहन ढाकले/बुरहानपुर. मध्य प्रदेश में मार्च का महीना होली के लिए जाना जाता है. मार्च माह में होली का पर्व 24 मार्च को पूरे देश में मनाया जाएगा, लेकिन मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में इस बार आशा कार्यकर्ताओं की होली फीकी होगी. उन पर रंग भी नहीं चढ़ेगा. दरअसल उन्हें 7 महीने से वेतन नहीं मिला है. इस कारण अब वह अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर रही हैं. महिलाओं के सामने एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है. महिलाएं सरकार से वेतन समय पर मिले इसकी मांग कर रही हैं.
लोकल 18 की टीम को आशा कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष जहाबा अलावे ने जानकारी देते हुए कहा कि जिले में 500 से अधिक आशा कार्यकर्ता हैं, जो स्वास्थ्य विभाग में कार्य करती हैं. हमको 7 महीने से वेतन नहीं मिल पा रहा है. जिस कारण हमारा होली का पर्व भी फीका होगा. हमारे घर परिवार का पालन पोषण करना हमारे लिए मुश्किल हो गया है. हमारे बच्चों की फीस भी नहीं भर पा रहे हैं और शासन की ओर से हमें कार्य थोप दिए जा रहे हैं. वेतन नहीं मिलने के बावजूद भी हम कार्य कर रहे हैं. ऐसे में अब हमने कलेक्टर भव्या मित्तल से समय पर वेतन देने की मांग की है.
वेतन नहीं, थोपे जा रहे हैं अधिक काम
हमको समय पर वेतन नहीं मिलता है. इसी के साथ हमको अधिक कार्य भी थोपे जा रहे हैं. अभी तक हम केवल स्वास्थ्य विभाग के लिए काम करते थे. अब हमसे आयुष्मान कार्ड भी बनवाए जा रहे हैं. कुछ आशा कार्यकर्ताओं के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं होने के कारण उन्हें समस्या आ रही है. ऐसे में इस समस्या का भी निराकरण होना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : March 9, 2024, 11:57 IST