कालू राम जाट/दौसा. किसानों द्वारा क्षेत्र में कई प्रकार की खेती की जाती है और खेती के माध्यम से किसान अपनी इनकम को लगातार बढ़ा रहे हैं. आज हम आपको बता रहे हैं एक किसान के बारे में जिन्होंने परंपरागत खेती को छोड़ते हुए आज पपीते का बगीचा लगाया है और इससे वह कहीं गुना मुनाफा कमा रहे हैं. यहीं नहीं इनके द्वारा जिस पपीते की खेती की जाती है उसे दिल्ली, यूपी सहित अन्य राज्यों के लोग पसंद करते हैं.
किसान लल्लूराम का कहना है कि हमारे घर का खर्चा पपीते की खेती से ही चलता है. इस पपीते को हम तैयार कर आजादपुर मंडी में भेजते हैं. हमारे यहां का पपीता बहुत ही मीठा होता है और यहां के पपीते अच्छे दामों पर भी बिकते हैं. घर का पूरा खर्चा, बच्चों की पढ़ाई खर्चा सहित अनेक खर्चे हमारे पपीते की खेती से ही चलते हैं. बांसखो निवासी किसान राम किशन मिना ने बताया कि हमारे क्षेत्र में अधिकतर लोग पपीते की खेती नहीं करते हैं जबकि पपीते की खेती में कम खर्चा होता है और मेहनत भी कम लगती है. पपीते की खेती से अच्छी इनकम किसानों को हो जाती है. प्रति एक बीघा के हिसाब से यहां पर मेरे को दो से तीन लाख रुपए तक का मुनाफा हो जाता है.
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इस बार पाले की पड़ी मार
किसान रामकिशन मीना ने बताया कि पपीता की खेती से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है. हालांकि, अबकी बार सर्दी के मौसम में गिरे पाले से पपीता की खेती के अंदर नुकसान देखने को मिल रहा है. लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं है. पपीता की खेती में पाले के कारण अचानक से फल से दूध निकलने लगता है. जिसके कारण नुकसान अबकी बार देखने को मिल रहा है. हालांकि, आमतौर पर इसमें नुकसान कम होता है. किसान लल्लूराम मीना ने बताया कि इस बार क्षेत्र में लगातार कई दिन तक पाले के चलते मार पड़ी. जिससे फसल में काफी नुकसान होता है. लेकिन पपीते का उत्पादन कम नहीं हुआ है. हमारे घर का खर्चा भी पपीते की खेती से ही चलता है. हमारे द्वारा पपीता उत्पादन कर दिल्ली, यूपी,जयपुर सहित अन्य जगह पर बेचने के लिए भेजते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 15, 2024, 17:17 IST