इस पेड़ के नीचे आराम करने से ठीक हो जाते मानसिक रोगी, जानें क्या है चमत्कार

नीरज कुमार/बेगूसराय. आज हम आपको बिहार के एक ऐसे पेड़ की कहानी बता रहे हैं, जिसके दर्शन करने के बाद मांगी गई मन्नत पूरी होने का स्थानीय लोग दावा करते हैं. इतना ही नहीं, स्थानीय लोगों का दावा है कि इस पेड़ का जिक्र महाभारत और वेद में भी है. इस स्थान की अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय कहानी आज हम आपको लोकल 18 के माध्यम से बता रहे हैं.

यहां पर आने के बाद आपके मन में विशालकाय पेड़ को देखकर इसकी उम्र और जड़ का सवाल उठने लगेगा. लेकिन यह किसी को नहीं मालूम है. चंद्रभागा नदी के किनारे के इस स्थान को हिंदू धर्म से जोड़कर देखा जाता है. इस स्थान पर लोग रात तो क्या दिन में भी नहीं जाना चाहते हैं, लेकिन, जिसने भी यहां आकर मन्नत मांगी, उसकी मुराद पूरी होती है.

उज्जैन बाबा स्थान के नाम से मशहूर
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रमण कुमार झा और रहमान आदि ने बताया कि आज से तकरीबन 400 साल पूर्व उज्जैन से एक बाबा घोड़ा पर सवार होकर यहां आए थे. वे यहां पर जबतक रहे, तबतक इस इलाके में हैजा और प्लेग जैसी खतरनाक बीमारी किसी को नहीं हुई. जबकि, आसपास के इलाकों में इस बीमारी से कई लोगों की जाने जा रही थी. लोगों ने बताया कि बाबा के जाने के बाद यहां पर एक पिंड मिला था. इसी पिंड की पूजा-अर्चना के बाद मनोकामनाएं पूर्ण होने का दावा किया जाता है.

बाबा समाधि लिए थे या फिर पिंड की स्थापना कर चले गए, यह रहस्य आज भी बरकरार है. स्थानीय शिक्षक रहमान बताते हैं कि मानसिक रूप से पीड़ित कोई व्यक्ति अगर इस पेड़ के नीचे आराम करता है, तो उसकी स्थिति ठीक हो जाती है. मैं खुद भी शांति के लिए यहां आते रहता हूं.

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छागर या मिट्टी का घोड़ा चढ़ाने की परंपरा
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस स्थान पर मनोकामना पूर्ण होने पर छागर की बलि देते हैं या फिर मिट्टी के घोड़े बनाकर यहां पर चढ़ाया जाता है. स्थानीय लोगों का यह भी दावा है कि संतान प्राप्ति के लिए यहां पर लोग मन्नत मांगने सबसे ज्यादा आते हैं. यहां पर आने के बाद आप मिट्टी के घोड़े को देखकर ही अंदाजा लगा सकते हैं कि कितने लोगों की मन्नतें पूरी हुई होगी.

ऐसे पहुंच सकते हैं मंदिर तक
इस मंदिर तक आने के लिए सबसे पहले आपको बेगूसराय आना होगा, इसके बाद आप बेगूसराय से बखरी तक आसानी से पहुंच सकते हैं. यहां पर आने के लिए बेगूसराय से ई-रिक्शा भी आपको मिल जाएगा. रेल मार्ग की बात करें तो इसी स्थान के पास सलोना स्टेशन भी मौजूद है.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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