आदित्य आनंद/गोड्डा. गोड्डा के पथरगामा स्थित सुंदर नदी जिले भर में प्रसिद्ध है.बता दे कि हर एक पर्व त्यौहार में जिले भर से इस नदी में नहाए खाए के दिन लोगों की भीड़ उमड़ती है. छठ महापर्व की शुरुआत भी जिले भर के लोगों के द्वारा इस नदी में स्नान किया जाता है. गोड्डा से 40 किलोमीटर दूर उत्तर वाहिनी गंगा में स्नान कर पर्व की शुरुआत करते हैं तो वहीं इस नदी में भी लोगों की आस्था गंगा नदी के समान होती है.
मान्यता है कि इस नदी में साहिबगंज के गंगा नदी का पानी भी आता है और सुंदर दम से होते हुए पहाड़ और जंगलों के बीच जड़ी बूटियां से मिश्रित होकर पहुंचता है और दोबारा गंगा में जाकर विसर्जित हो जाता है. इस वजह से इस नदी को भी लोग गंगा नदी के समान समझकर स्नान कर पर्व की शुरुआत करते हैं.
नहाए खाए की शुरुआत इस नदी में स्नान करने के बाद होती
गोड्डा के लोगाय गांव से आई कुमकुम देवी ने कहा कि उनके घर में सदियों से किसी भी पर्व त्यौहार में नहाए खाए की शुरुआत इसी नदी से स्नान कर किया जाता है.इसके साथ इस नदी के जल की शुद्धता भी इस प्रकार है कि इसके पानी को डब्बे में भरकर अपने पूजा घर में भी महीनों तक रखकर पूजा पाठ किया जाता है. गंगा नदी के जल के समान ही इस नदी का जल भी खराब नहीं होता है. छठ महापर्व को लेकर गोड्डा से आए सानंद ठाकुर ने बताया कि यह नदी साहिबगंज के गंगा नदी से कटकर मिली हुई है. जो की सुंदर डैम आने के बाद कई किलोमीटर घने जंगल से होते हुए पथरगामा के पास पहुंचती है इसके बाद इसका पानी पूरी तरह से शुद्ध हो जाता है और इसके बाद पुनः यह गंगा नदी में जाकर विसर्जित हो जाता है. इस वजह से इस नदी में भी लोग गंगा नदी के समान आस्था की डुबकी लगाकर अपने पर्व त्यौहार की शुरुआत करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 18, 2023, 13:58 IST