विनय अग्निहोत्री/भोपाल. हिंदू रीति-रिवाज में गाय के गोबर की पूजा होती है. इसका महत्व उस समय और बढ़ जाता है, जब भगवान गणेश की मूर्ति इसी से बनाई जाती है. दीवाली नजदीक आते आते कपडे, दीये, लाइट्स, मिठाइयों की डिमांड जोरों पर रहती है. राजधानी के बाजार में एक स्टॉल ऐसा भी देखने को मिला है, जिसमें केवल ईको फ्रेंडली सामान की बिक्री की जा रही है. दरअसल भोपाल के यश चौहान गाय के गोबर से बने ईको फ्रेंडली दीये, मूर्तियां, धूप बत्ती आदि बना रहे हैं.
लोकल 18 से बात करते हुए यश ने बताया कि, हर कोई चाहता है कि उनके घर पर इको-फेंडली गाय के गोबर से बने प्रोडक्ट हो, जिससे वह पर्यावरण का भी बचाव कर सकें, आगे उन्होंने बताया कि मैनें साल 2020 से गोबर के प्रोडक्ट बनाना शुरू किया था.
ट्रैवलिंग से आया आईडिया
जब मैं ट्रैवलिंग के लिए अलग-अलग शहर जाता था रोड पर बैठी गाय पालने के लिए कोई आगे नहीं आता, यहीं से आइडिया आया क्यों ना गोबर से कुछ ऐसी चीजें बनाई जाएं, ताकि लोग गाय पालें और उनसे प्रेम करें. इसी को लेकर मैंने गोबर के प्रोडक्ट बनाने के बारे में सोचा और फिर इस पर काम करना शुरू कर दिया. गाय के गोबर से मूर्तियां, दीये, स्वास्तिक, शुभ लाभ, श्री यंत्र बनाता हूं और पूरे देश भर से सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे इस प्रोडक्ट को लोग खरीद रहे हैं. मैंने ₹30 हजार रुपए से बिजनेस शुरू किया था. आज मैं हर महीने ₹40 हजार रुपए कमाता हूं. आगे चलकर मुझे इसी सेक्टर में काम करना है और अपने स्टोर ओपन करना है.
ऐसे बनते हैं गोबर से बने प्रोडक्ट
यश बताते है कि, सबसे पहले गोबर के कच्चे माल को बारीक़ पीसकर तैयार किया जाता है. इसके बाद तैयार मिश्रण से उत्पाद बनाने के लिए सम्बंधित सांचा की मदद से प्रोडक्ट का निर्माण किया जाता है. आकार में ढाल जाने के बाद प्रोडक्ट को सूखने के लिए खुले वातावरण में रख दिया जाता है.
गाय के गोबर से बनीं मूर्तियों होती हैं खास
आमतौर पर मिट्टी और गोबर में पंचतत्वों का वास माना जाता है और गोबर में मां लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए जब कोई काम शुभ काम होता है तो देवी-देवता के स्थान को गाय के गोबर से लीपा जाता है. इसलिए गोबर से बने प्रोडक्ट लोगों के बीच काफी फेमस हो रहे हैं. जिससे भगवान गणेश के साथ-साथ मां लक्ष्मी का आर्शीवाद भी उन्हें प्राप्त होगा.
.
Tags: Bhopal news, Eco Friendly, Latest hindi news, Local18, Mp news
FIRST PUBLISHED : October 31, 2023, 17:13 IST