इस दिन करें यमराज के सहायक भगवान चित्रगुप्त की पूजा,जानें मान्यता

दुर्गेश सिंह राजपूत/नर्मदापुरम. ज्योतिषाचार्य पं अविनाश मिश्रा ने कहा कि हमारे हिंदू धर्म में चित्रगुप्त पूजा का बहुत ही खास महत्व माना गया है. हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाई जाती है. इस दिन यमराज के सहायक भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने का विधान है. चित्रगुप्त भगवान मानव के अच्छे-बुरे कर्मों के आधार पर बताते है कि मृत्यु के बाद आत्मा को स्वर्गया नर्क मिलेगा. इस दिन चित्रगुप्त जी, कलम-दवात, बहीखातों की पूजा की जाती है, मान्यता है इससे उन्नति होती है साथ ही नर्क के कष्ट नहीं सेहने पड़ते.

ज्योतिषाचार्य ने आगे कहा कि इस वर्ष चित्रगुप्त पूजा 14 नवंबर मंगलवार को है. इस दिन भाई दूज एवं यम द्वितीया भी मनाई जाएगी. भगवान चित्रगुप्त सभी का हिसाब रखने का काम करते हैं. इसलिए इनका मुख्य कार्य कलम से जोड़कर देखा जाता है ऐसे में इस दिन कलम को चित्रगुप्त की प्रतिमा के रूप में भी पूजा जाता है. या फिर भगवान चित्रगुप्त की फोटो हो तो उसके सामने भी आप पूजा कर सकते है.

पूजा मुहूर्त का समय
कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 14 नवंबर दोपहर 02:36 मिनिटकार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 15 नवंबर दोपहर 01:47 मिनिटप्रातः का मुहूर्त/ प्रातः 10:48 से दोपहर 12:13 तकअभिजित मुहूर्त / सुबह 11:50 से दोपहर 12:36 तकअमृत काल मुहूर्त / शाम 05:00 से शाम 06:36 तकराहुकाल समय / दोपहर 03:03 – शाम 04:28 तक

भगवान चित्रगुप्त की पूजा क्यों की जाती है
पं अविनाश मिश्रा ने बताया कि कायस्थ लोगों के इस्ट देवता के रूप में भी चित्रगुप्त भगवान को पूजा होती है. भगवान चित्रगुप्त का स्मरण करने से कार्य में उन्नति आकर्षित वाणी एवं बुद्धि में वृद्धि का वरदान भी प्राप्त होता है. इसके साथ ही व्यक्ति को नर्क की यातनाएं नहीं झेलनी पड़ती है. कारोबारियों के लिए इस दिन का विशेष महत्व माना गया है. इस दिन नई किताबों पर ‘श्री’ लिखकर काम की शुरुआत करनी चाहिए. इसके अलावा सभी आय-व्यय का विवरण चित्रगुप्त जी के सामने रखे. इस दिन सभी लोग शिक्षा एवं साक्षरता के मूल्य पर जोर देने के लिए किताब, कलम एवं स्याही के बर्तन जैसी वस्तुओं की भी पूजा करें. भगवान चित्रगुप्त पूजा के दिन व्यक्ति अपने व्यापार से जुड़ी वस्तुओं को अच्छी तरह व्यवस्थित करके भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा करे तो उनके व्यापार में अत्यधिक वृद्धि होगी.

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