विशाल कुमार/छपरा. रंगे-बिरंगे फूल जितने मनमोहक होते हैं, उतनी ही तन्मयता से इसकी बागवानी भी की जाती है. आमतौर पर लोग यह कहते हुए सुने जाते हैं कि उन्हें फूलों की बागवानी करना पसंद है. लेकिन उनके पास इसके लिए पर्याप्त जमीन नहीं है. इसलिए वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए छपरा के कल्याण मिसाल बने हुए हैं. जी हां! छपरा में एक ऐसा ही घर है. घर की छत किसी बगीचे से कम नहीं है. या यूं कहें कि इस छत पर किसी बगीचे से ज्यादा वैरायटी के फूल के पौधे आपको नजर आ जाएंगे. यहां एक-दो नहीं, बल्कि 80 वैरायटी के फूल के पौधे हैं.
बागवानी से दिया पुराने घर को नया लुक
छपरा शहर के कटहरी बाग निवासी कल्याण जी का घर पुराना है. लेकिन उन्होंने जिस तरह से अपने घर की छत पर फूलों की बागवानी की है, घर का लुक ही बदल गया है. रंग-बिरंगे फूल के पौधे इस पुराने घर की सुंदरता को चार चांद लगा रहे हैं. घर की सीढ़ी से लेकर दूसरे तल तक कई वैरायटी के फूल देखकर आपका दिल बाग-बाग हो जाएगा. कल्याण बताते हैं कि अब उनके घर आने वाले लोग भी पूछते रहते हैं कि आपने कैसे यह सब किया है.
इन्होंने अपने घर की छत पर 400 से अधिक गमले में फूल लगा रखा है. देखने से फूल के बगीचा की तरह नजर आता है. इससे लोग काफी आकर्षित होते हैं. वे बताते हैं कि हमने इतने पौधे इसलिए लगा रखे हैं, ताकि बच्चे देखें और पहचाने कि जो कुछ उन्होंने किताबों में पढ़ा है, वह यहां पर भी उगाया जा सकता है. इससे बच्चों में पौधों के प्रति रूझान बढ़ेगा और उसका संरक्षण होगा.
सब्जी के अपशिष्ट से तैयार करते हैं खाद
कल्याण जी बताते हैं कि वे सब्जी और फल के अपशिष्ट से खाद तैयार कर फूल के पौधों में डालते हैं. इस वजह से गमले में लगाए गए फूल के पौधे जमीन पर लगाए गए पौधों से कहीं ज्यादा हरा-भरा रहते हैं. इस घर में घुसते ही आपका दिल गुलजार हो जाएगा. यहां पहुंचते ही सभी टेंशन दूर हो जाते हैं. कल्याण जी ने बताया कि उनके पास अभी 80 से अधिक वैरायटी के फूल के पौधे हैं. खाली समय में इसकी देखभाल करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 4, 2024, 18:12 IST