पीयूष शर्मा/ मुरादाबाद. मछली पालन आय का बेहतर स्रोत है. यह युवाओं की आमदनी को बढ़ा सकता है. मछली पालन कर कई ऐसे किसान हैं. जो मालामाल हुए हैं. इसी तरह मुरादाबाद में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित मनोहरपुर के एग्री क्लीनिक एग्री बिजनेस केंद्र ने पांड लाइनर विधि से मछली पालन का प्रयोग सफल करके मछली पालन करने वालों को नई राह दिखाई है. इसमें महज़ 6 माह में 1000 वर्ग मीटर के तालाब में 80 कुंटल मछली उत्पादन किया गया. यानी डेढ़ बीघा के तालाब में मछली पालन से 6 माह में 6 लाख रुपए की आमदनी की जा सकती है. ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालन (Fish Farming) कमाई का बढ़िया स्रोत बन सकता है.
कृषि प्रशिक्षण केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. दीपक मेहंदीरत्ता ने बताया कि हमारा यह खेत था जो काफी नीचे था. इसमें हमें तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था और इसमें फसल भी सफल नहीं बैठ पा रही थी फिर हमने यह सोचा कि जब हमारा खेत नीचा है तो हम इसमें मछली पालन कर सकते हैं. हमने खेत की नीचे की स्थिति को देखते हुए इसमें डेढ़ फीट और खुदाई की और पूरी वाइंडिंग बना दी फिर इसे हमने पूरी तरह से 6 फीट गहरा कर दिया. फिर हमने एक-एक 1000 मीटर के दो तालाब बनाएं फिर हमने इसमें यह खेती की है.
ऐसे करें मछली पालन
मछली पालन के लिए सबसे पहले टीम की ओर से तालाब में जमीन पर प्लास्टिक बिछाकर उसके ऊपर तारकोल का लेप किया गया. जिससे पानी का संचय बना रहे जबकि मछली पालन के लिए पानी में नियमित ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 10 ऑक्सीमीटर लगाए गए हैं. टीम द्वारा आरंभ में तालाब में फंगस प्रजाति के 7500 मछली के बच्चे डाले गए. इनके भोजन के लिए रोजाना दो बार 10-10 किलोग्राम दाना डाला गया. तीन माह में मछलियां 500 से 600 ग्राम की हो गई. बाद में केंद्र द्वारा आधी मछली निकल गई. इसके बाद 30 ग्राम वजन की मछली के 3500 बीज डाले गए. 6 माह पहले डाले गए बच्चे 1 किलोग्राम के हो गए. 6 माह में तालाब से 80 क्विंटल मछलियां तैयार हो गई. जिसकी बिक्री केंद्र को 8.5 लाख रुपए में मिले हैं. मछली के बच्चे दाना दवा पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति के मध्य में कुल ढाई लाख रुपए खर्च हुए. यानी केंद्र को 6 माह में 6 लाख रुपए की बचत हुई है.
लाखों में होगी कमाई
नोडल अधिकारी ने बताया कि इस मछली को हम फ्रेश वाटर फिश भी कहते है. इसका नीचे जमीन की सतह से कोई संबंध नहीं होता है. अब हमें इसे किए हुए 5 महीने से कुछ समय ज्यादा हो गया है और मछली का वजन 800 से 1 किलो तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि हम तीन बीघे खेत में कम से कम 7 से 8 लाख रुपये 6 महीने में कमा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 16:01 IST