शशिकांत ओझा/पलामू. किसान अपने खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए केंचुआ खाद या वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग कर सकते हैं. यह एक जैविक खाद है, जिससे किसान फसलों का उत्पादन और अच्छा कर सकते हैं. इसमें भरपूर मात्रा में उत्तम जैव उर्वरक होते हैं. यह खाद केंचुआ-कीड़ों द्वारा पत्तों, भोजन, गोबर और कचरे आदि को विघटित करके बनाई जाती है. इसमें बदबू नहीं होती है. साथ-साथ मक्खी एवं मच्छर नहीं बढ़ते हैं. वातावरण भी प्रदूषित नहीं होता है.
केंचुआ खाद से किसान ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे सकते हैं. साथ ही अपने खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ावा दे सकते हैं. किसान ऑर्गेनिक खेती के लिए गोबर का इस्तेमाल करते हैं. पलामू स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसान गोबर के बनी खाद का इस्तेमाल करते हैं, जिसे मान खाद भी कहते हैं. इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फेट और पोटाश की मात्रा 0.5 होती है. वहीं केंचुआ खाद में 1.5% नाइट्रोजन, फॉस्फेट और पोटाश की मात्रा होती है.
ऐसे करे केंचुआ खाद इकाई का निर्माण
कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने बताया कि केंचुआ खाद का निर्माण करने के लिए सबसे पहले टैंक बनाना होता है. इसके लिए आप ईंट के भी टैंक बना सकते हैं. 10 फीट लंबा, 3 फीट चौड़ा और 2.5 फीट गहरा टैंक बना लें. इसके लिए बांस के सहारे प्लास्टिक के भी टैंक तैयार कर सकते हैं. इसमें सबसे निचली परत में पत्ता, भूंसा, भोजन, कचरा का एक फीट तक डाल दें. इसके ऊपर गोबर की परत दें. ध्यान रहे गोबर 20 से 25 दिन पुराना होना चाहिए. इसके ऊपर एक फीट पत्ता, भोजन इसके बाद गोबर की लेयर करें. 3 से 4 लेयर होने के बाद उसमें केंचुआ छोड़ें. एक टैंक में 1500 केंचुओं को छोड़ सकते हैं, जो 2.5 महीने में आपका केंचुआ खाद तैयार कर देंगे.
केंचुआ खाद से बढ़ जाएगी आमदनी
कृषि वैज्ञानिक ने आगे बताया कि केंचुआ खाद बनाने के लिए आइसिना फोटिडा प्रजाति के केंचुआ का इस्तेमाल करें, जो साउथ अफ्रीका प्रजाति का है. इसकी खासियत है कि ये गोबर को खूब खाता है और इससे निकलने वाला मल ही केंचुआ खाद होता है. ढाई महीने में आपको टैंक में काला दानेदार पदार्थ दिखने लगेगा, जो केंचुआ खाद है. इसे चलनी के सहारे अलग कर लें और आप देखेंगे कि आपके केंचुआ 4 गुना बढ़ जाएंगे. वहीं, लगभग 5 से 6 क्विंटल केंचुआ खाद तैयार हो जाएगा. इसे बाजार में आप 10 रुपये किलो के रेट से बेच सकते हैं. इसके साथ केंचुआ को भी 1 रुपए पीस बेच सकते हैं.
नमी बनाने के लिए पानी का छिड़काव
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि केंचुआ खाद बनाने के लिए छायादार स्थान का चयन करें, जहां का तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस में केंचुआ रहता है. टैंक में आवश्यकता अनुसार नमी बनाए रखने के लिए पानी डाल सकते हैं. वहीं, तापमान ज्यादा होने पर जूट के बोरे से टैंक को ढक दें, जिससे केंचुआ को अनुकूल तापमान मिल सके. केंचुआ खाद से खेत में उपज तेजी से बढ़ती है.
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FIRST PUBLISHED : March 9, 2024, 21:08 IST