इसे कहते हैं मेहनत का फल… पार्ट टाइम जॉब के साथ जारी रखी बॉडी बिल्डिंग, अब मिली केंद्र सरकार में नौकरी

गौरव सिंह/भोजपुर. बिहार के आरा के पहले नेशनल बॉडी बिल्डर यशवंत कुमार को केंद्र सरकार में नौकरी मिली है. वह देशभर में बॉडी बिल्डर कोटा से नौकरी पाने वाले एकलौते खिलाड़ी है. 21 वर्षीय यशवंत कुमार ने पार्ट टाइम जॉब करते हुए प्रैक्टिस जारी रखी और 6 साल की कड़ी मेनहत के बाद उनको कामयाबी मिली है.

बता दें कि नेशनल गेम खेलने वाले खिलाड़ि‍यों के लिए बॉडी बिल्डिंग स्पोर्ट्स कोटा के तहत केंद्र सरकार के द्वारा एसएसबी में 10 सीट पर वैकेंसी निकाली गई थीं. इसमें बाकी सिर्फ खिलाड़ी क्राइटेरिया पर खरा उतर सका. वह आरा के मीरगंज के रहने वाले 21 वर्षीय यशवंत कुमार हैं.

पार्ट टाइम नौकरी करते हुए की तैयारी
यशवंत कुमार के घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है, जिस वजह से गेम में खर्च होने वाले रुपये के लिए वो एक तरफ काम करते थे, तो दूसरे तरफ बॉडी बिल्डिंग की प्रैक्टिस करते थे. 2017 से बॉडी बिल्डिंग करने के लिए प्रशिक्षण लेना शुरू किया और दो साल मेहनत कर शरीर को डेवलप किया. 2019 से गेम में पार्टिसिपेट करना शुरू किया. पहले जिला स्तर पर गोल्ड जीता और फिर राज्य स्तर पर अपनी धाक जमाई. इसके बाद नेशनल लेवर पर मेडल पर जीतकर केंद्र की नौकरी पर दावा किया.

ये यशवंत की डबल मेहनत का फल: कोच
यशवंत को प्रशिक्षण देने वाले उनके गुरु नेशनल प्लेयर रह चुके हैं. कोच हैरिस तौसीफ ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि यहां तक पहुंचने हम दोनों को 5 से 6 साल का लंबा समय लगा. यशवंत को हम ट्रेनिंग देते थे, लेकिन ये दोगुना मेहनत करते थे. आर्थिक तंगी की वजह से पार्ट टाइम जिम ट्रेनर की नौकरी करते थे और शाम में खुद ट्रेनिंग लेते थे.

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यशवंत ने परिवार और गुरु को दिया क्रेडिट
लोकल 18 से बात करते हुए यशवंत ने कहा कि 6 साल के कड़ी मेहनत के बदौलत ये हासिल हुआ है. पिछले 6 साल बहुत चैलेंजिग रहे और लगातार दो शिफ्ट करना बहुत मेहनत का काम था. पहले सुबह पैसों के लिए ट्रेनिंग देना और उसके बाद शाम को खुद के लिए ट्रेनिंग करना बहुत मेहनत का काम होता था. इस जर्नी में माता-पिता और गुरु के अलावा बिहार फेडरेशन का अहम योगदान रहा है.

Tags: Government jobs, Sports news, Success Story

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