इसे कहते हैं कामयाबी… कोचिंग से नहीं होता था गुजारा, फिर शुरू की खेती, अब 3 एकड़ में 15 लाख की कमाई

कुंदन कुमार/गया: परंपरागत फसलों की खेती में किसान हर साल भारी नुकसान झेल रहे हैं. कभी बारिश तो कभी सूखे की मार किसानों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है. इसका असर खासतौर पर धान और गेहूं जैसे फसलों के उत्पादन पर भी पड़ रहा है. यही वजह है कि किसान नुकसान को पाटने के लिए नगदी फसलों की खेती करने की ओर अग्रसर हो रहे हैं. हाल के दिनों में किसानों के लिए स्ट्रॉबेरी की खेती बेहतर विकल्प साबित हो रही है और किसान इस फसल की खेती में दिलचस्पी भी ले रहे हैं.

बिहार के गया जिले में भी स्ट्रॉबेरी की खेती पिछले 5 साल से की जा रही है. जिले के परैया प्रखंड क्षेत्र स्थित रजोई रामपुर गांव के रहने वाले किसान दीपक कुमार पिछले पांच वर्षों से 3 एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. इनको हर साल प्रति एकड़ 4 से 5 लाख रुपये की आय हो जाती है.

तीन एकड़ स्ट्रॉबेरी की खेती से बदली किस्‍मत
दीपक ने बताया कि स्ट्रॉबेरी की खेती से पूर्व झारखंड के कोडरमा में एक कोचिंग चलाते थे, लेकिन उससे परिवार का गुजारा नहीं हो पा रहा था. इसके चलते उस काम को छोड़कर गांव लौट आए और कुछ अलग खेती करने की सोची, तभी कृषि विभाग के अधिकारियों ने स्ट्रॉबेरी की खेती करने की सलाह दी. इसके बाद 6 कट्ठे से स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत की. साथ ही बताया कि पुणे से स्ट्रॉबेरी के पौधे मंगवाते हैं. एक पौधे की लागत 10 रुपये पड़ती है. वहीं, मुनाफा देख इस बार तीन एकड़ में 40 हजार पौधे लगाए हैं, लेकिन रोग लगने के चलते 10 से 15 हजार पौधे खराब हो गए. उन्होंने बताया कि सितंबर-अक्टूबर महीने में इसके पौधे लगाए जाते हैं और नवंबर महीने से इसमें फल आना शुरू हो जाता है. लगभग 6 महीने की यह खेती होती है और मार्च महीने तक फल आता है.

600-700 रुपये प्रति ट्रे बिकती है स्ट्रॉबेरी
किसान दीपक ने बताया कि स्ट्रॉबेरी की कीमत बाजारों में लगभग 600-700 रुपये प्रति ट्रे है और इसकी डिमांड गया के बाजारों में खूब होती है. स्ट्रॉबेरी बेचने के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ता और फल बेचने वाले दुकानदार संपर्क कर आसानी से स्ट्रॉबेरी खरीद लेते हैं. उन्होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी की खेती नकदी खेती है और आसानी से इसकी बिक्री हो जाती है. कम जगह और कम समय में किसान इससे अच्छी आमदनी कर सकते हैं. इसमें लागत ज्यादा लगता है, लेकिन आमदनी भी बहुत अच्छा होता है. वहीं, प्रति एकड़ स्ट्रॉबेरी की खेती से लगभग 4 लाख रुपये की आय होती है. बता दें कि दीपक गया जिले में स्ट्रॉबेरी की खेती बड़े स्तर पर करने वाले गिने-चुने किसानों में से एक हैं. इसके अलावा वह मशरूम की भी खेती भी बड़े पैमाने पर करते हैं और सीजन में 2 से 3 लाख रुपये तक मुनाफा कमा लेते हैं.

Tags: Agriculture, Farming, Gaya news, Local18, Success Story

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