संजय यादव/बाराबंकी:बाराबंकी जिला मेंथा, केला और अफीम की खेती के लिए प्रसिद्ध था. लेकिन कुछ वर्षो से यहां बड़े पैमाने पर सब्जियों की खेती होने लगी है. क्योंकि किसानों का मानना है कि इन फसलों में कम लागत में अच्छा मुनाफा होता है. यही कारण है कि जिले के ज्यादातर किसान ऑर्गेनिक खेती की तरफ अग्रसर हो रहे हैं. वहीं जिले का एक युवा किसान सब्जियों की खेती कर लाखों रुपए मुनाफा प्रतिवर्ष कमा रहा है.
बाराबंकी जिले के बंकी ब्लाक क्षेत्र के बड़ेल गांव के रहने वाले युवा किसान ललित कुमार ने एक बीघे जमीन पर बंद गोभी, ब्रोकली व शिमला मिर्च की खेती की शुरुआत की. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब तीन से चार बीघे में ब्रोकली, बंदगोभी, शिमला मिर्च आदि की खेती कर रहे हैं. जिसमें उन्हें प्रतिवर्ष लगभग दो से ढाई लाख रुपए मुनाफा हो रहा है.
सालाना इतने लाख रुपये की हो रही कमाई
युवा किसान ललित कुमार ने बताया कि पहले धान, गेंहू आदि की खेती करते थे. जिसमें हमें कोई फायदा नजर नहीं आ रहा था, फिर हमने इन सब से हटकर अलग फसलों की तरफ रुख किया. जिसमें हमें सब्जियों की खेती के बारे में जानकारी हुई. उसके बाद हमने एक बीघे में बंद गोभी, शिमला मिर्च की खेती की. उसमें हमें अच्छा मुनाफा हुआ. इस बार करीब चार बीघे में बंद गोभी, ब्रोकली, शिमला मिर्च की खेती की है. जिसमें लागत करीब एक बीघे में 10 से 15 हजार रुपए आती है. क्योंकि इसमें पौधे, बीज, खाद पानी लेबर आदि का खर्च आता है और मुनाफा करीब एक फसल पर दो से ढाई लाख रुपये तक का हो जाता है.क्योंकि इस खेती में लागत कम मुनाफा ज्यादा है.
कैसे होती है यह फसल तैयार
किसान ने बताया कि वह अपने खेतों को समतल करके पहले से तैयार सब्जियों की पौध को प्रत्येक 1 मीटर की दूरी पर रोप देते हैं. समय से नराई और सिंचाई करते हैं. जब फसल एक माह से अधिक की हो जाती है. तो वजन के अनुसार उसकी कटाई करके मंडी में बिक्री कर देते हैं .
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FIRST PUBLISHED : March 7, 2024, 08:30 IST