मोहन ढाकले/ बुरहानपुर. मध्य प्रदेश में महिलाओं के हाथों में ऐसी कलाकारी है कि उनके हाथों की कलाकारी के पीछे बड़ी-बड़ी मशीनें भी फेल हो जाती हैं. मशीनों से बनने वाली वस्तुएं भी फेल हो जाती हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में भी केले के रेशे से महिलाओं ने हाथी, ऊट, घोड़े बनाना शुरू कर दिया है. अब लोग भी इन वस्तुओं को पसंद कर रहे हैं. केले के रेशे से बने होने के कारण लोग ऑर्डर देकर बनवा रहे हैं. यह दिखने में बेहद अच्छे लगते हैं, इसलिए लोग इन्हें अपने घर में रखने के लिए खरीद रहे हैं.
जब लोकल 18 की टीम ने राम-राम समूह की आशा केथवास से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने आजीविका मिशन के माध्यम से केले के रेशे से हाथी, ऊट, घोड़े बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया था. समूह की 12 महिलाएं हैं. पिछले तीन वर्षों से इस तरह की फैंसी आइटम बना रही हैं, जो लोग भी डिमांड कर रहे हैं. ₹500 में केले के रेशे से हाथी, ऊट, घोड़े बना कर दिए जा रहे हैं. जिले के साथ महाराष्ट्र के लोग भी इसको पसंद करने लगे हैं. महाराष्ट्र के लोग भी ऑर्डर देकर बनवा रहे हैं. जिससे महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है. समूह में 12 महिलाएं जुड़ी हैं, जो इस तरह के केले के रेशे से वस्तुएं बनाकर करीब ₹30000 माह कमा रही हैं. पहले ये महिलाएं ग्रहणी थीं.
जिले में आसानी से मिलता है केले का रेशा
बुरहानपुर जिले में 22 हज़ार हेक्टेयर में केले की खेती होती है. यहां पर पहले किसान केले के तने को फेंक देते थे, लेकिन अब उससे केले के रेशे बनाए जा रहे हैं. जिससे यह वस्तुएं बन रही हैं. यहां पर केले का रेशा आसानी से मिलने के कारण महिलाओं को भी इन वस्तुओं का निर्माण करने में आसानी होती है.
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FIRST PUBLISHED : March 16, 2024, 16:32 IST