नीरज कुमार/बेगूसराय : पिछले कुछ वर्षों से बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है. मौजूदा समय में बिहार भी अछूता नहीं है. यहां भी बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बन गई है और बने भी क्यों ना? जब बेरोजगार युवा नौकरी पाने के लिए हाफ पैंट, चप्पल धारण कर नियोजन कार्यालय पहुंचने लगे. यह वाक्या बेगूसराय से सामने आया है.
आपको बता दें कि निजी क्षेत्र की बड़ी कंपनी वेलस्पॉन्ड इंडिया लिमिटेड के द्वारा बेगूसराय नियोजन कार्यालय में आयोजित जॉब कैंप में ट्रेनी ऑपरेटर के पोस्ट पर आठवीं पास से लेकर आईटीआई पास 100 लड़के और लड़कियों को रोज़गार देने का लक्ष्य निर्धारित था. जिसमें 70 से भी ज्यादा सीट खाली रह गया.
मोबाइल और ड्रेसिंग सेंस बना जॉब में बाधा
वेलस्पॉन्ड इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि विद्या भूषण ने बताया कि मात्र 30 युवाओं का रिज्यूम सलेक्ट हो पाया. इन्हें जनवरी 2024 में ट्रेनिंग के बाद जॉब के लिए भेजा जा सकता है. वहीं इस दौरान उन्होंने बताया कि युवाओं में ड्रेसिंग सेंस यानी इंटरव्यू देने कैसे जाएं और किस प्रकार का ड्रेस पहने इसकी जानकारी हीं नहीं है.
वहीं इसके अलावा इंटरव्यू देने आए युवा इंटरव्यू के दौरान भी मोबाइल देखने लगते हैं. यही वजह है कि इन युवाओं को रिजेक्ट कर दिया गया. वहीं इंटरव्यू देने आए छात्र प्रिंस कुमार ने बताया जो युवक हाफ पेंट इंटरव्यू देने आए थे, उनको सबसे पहले रिजेक्ट कर दिया गया.
इंटरव्यू देने से पहले इन दो बातों का रखें ख्याल
नियोजक विद्या भूषण ने बताया कि सबसे पहले छात्र ड्रेसिंग सेंस और दूसरा मोबाईल का इंटरव्यू देते समय प्रयोग नहीं करेंगे तो ही सेलेक्ट हो पायेंगे. इन गलतियों की वजह से हीं 100 की जगह महज़ 30 युवाओं का ही चयन हो पाया है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि लापरवाह बेरोजगारों को सरकार रोजगार देने का लाख प्रयास कर ले, लेकिन यह अपनी हरकत की वजह से जॉब अपने से वंचित रह जाएंगे.
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FIRST PUBLISHED : December 26, 2023, 23:44 IST