हिना आज़मी/देहरादून. माउथ फ्रेशनर के रूप में सौंफ और मिश्री को खाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें हमारी सेहत का खजाना छिपा होता है. सौंफ में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होता है. मामूली सी सौंफ में पोषक तत्वों का खजाना छिपा होता है. यह गला, आंखों और त्वचा के लिए फायदेमंद होती है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की निवासी आयुर्वेद डॉक्टर शालिनी जुगरान ने कहा कि सौंफ को अंग्रेजी में फेनल सीड्स कहा जाता है. यह वात और कफ शामक होती है. यह हमारी बॉडी की मज्जा धातु में बहुत अच्छा काम करती है, जो ब्रेन और आंखों से सम्बंधित होती है.
आयुर्वेद डॉक्टर शालिनी जुगरान ने कहा कि बच्चों को स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए सौंफ बहुत फायदेमंद है. यह मिल्क प्रोड्यूस करती है. सौंफ का डाइजेस्टिव सिस्टम में बहुत अच्छा काम होता है. यही वजह है कि लोग खाना खाने के बाद सौंफ और मिश्री का सेवन करते हैं. कब्ज, हाइपर एसिडिटी वाले लोगों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है. नॉन ब्लीडिंग पाइल्स में सौंफ का उपयोग किया जा सकता है. साथ ही बताया कि सर्दियों के दिनों में साइनस आदि की परेशानी से जूझ लोग सौंफ को उबालकर उसकी भाप लें तो राहत मिलती है.
हार्ट को हेल्दी बनाने में कारगर
डॉ शालिनी जुगरान ने बताया कि सौंफ में काफी काफी मात्रा में फाइबर होते हैं. ये हार्ट सम्बंधित बीमारी के खतरे को कम करने में मदद करते हैं. यह ब्लड में कुल सीरम कोलेस्ट्रॉल और लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. वहीं, सौंफ में पाया जाने वाला सेलेनियम एक ऐसा खनिज है, जो कि अधिकतर फल और सब्जियों में नहीं पाया जाता है. यह लिवर एंजाइम के काम में मदद करता है और शरीर में कैंसर पैदा करने वाले कंपाउंड्स को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है.
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FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 15:33 IST