उज्जैन. मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में नेताओं, ज्योतिषाचार्यों और जनता को चौंका दिया था. उन्होंने उज्जैन में रात गुजारी और सैकड़ों साल पुराना यह मिथक तोड़ दिया कि कोई राजा उज्जैन में रात नहीं बिता सकता. मिथक है कि उज्जैन के राजा महाकाल हैं. अगर कोई अन्य राजा यानी राज गद्दी पर बैठा शख्स उज्जैन में रात गुजारता है तो उसकी सत्ता चली जाती है. ज्योतिषाचार्य का कहना है कि सीएम मोहन यादव पर इस मान्यता का असर नहीं होगा. वे यहां की ही जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं. यहीं रहते हैं. इसलिए उन पर महालाक की मान्यता का असर होने के आसार कम हैं.
इस बीच News18 के हाथ प्रदेश के नए मुखिया की कॉलेज के समय की तस्वीरें लगी हैं. इन तस्वीरों से पता चलता है कि सीएम यादव ने कॉलेज में कदम रखते ही राजनीति में संघर्ष करना शुरू कर दिया था. बता दें, प्रदेश के नए मुखिया मोहन यादव की उम्र 58 साल है. उन्होंने बीएससी, एलएलबी, एम.ए. (राज.विज्ञान) के साथ-साथ एमबीए और पीएचडी भी की है. उनका राजनीतिक करियर 1982 से शुरू हुआ. वे 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के सह-सचिव रहे. उसके बाद 1984 में अध्यक्ष हो गए. 1984 में ही यादवअखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 में विभाग प्रमुख रहे. साल 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मप्र के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे. 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री रहे.
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16 दिसंबर को तोड़ा था मिथक
यादव ने 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री पद का भी कार्यभार संभाला. साल 2013 में वे विधायक बने. वे चौदहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए . साल 2018 में दूसरी बार चुनाव जीतकर उच्च शिक्षा मंत्री बने. गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मिथक 16 दिसंबर को तोड़ा. उन्होंने 16 दिसंबर की रात महाकाल नगरी में गुजारी. वे गीता कॉलोनी स्थित अपने घर में रुके. इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा था कि मैं उज्जैन का बेटा हूं. बाबा महाकाल पिता हैं. मैं मुख्य सेवक के रूप में काम करूंगा. मैं बाबा महाकाल का सेवक हूं, न कि मुख्यमंत्री.
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FIRST PUBLISHED : January 14, 2024, 14:05 IST