गाजा शहर के अल अहली अस्पताल पर हुए हमले के लिए कौन जिम्मेदार है? 500 मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है…? ये सवाल इसलिए क्योंकि, इज़रायल और हमास दोनों ही इस हमले के लिए एक-दूसरे को कसूरवार ठहरा रहे हैं. हमले के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इज़रायल पर हमास के हमले के बाद से जारी संघर्ष के बीच हजारों लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन ये संघर्ष कब थमेगा, ये कहना बड़ा मुश्किल है. इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वह तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक हमास का सफाया नहीं कर देते.
PM नेतन्याहू ने कहा- उन्होंने अपने ही बच्चों की हत्या की…
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क्या वाकई यह हमला हमास के मिसफायर का परिणाम है, जैसा कि इजरायल वार रूम से दावा किया जा रहा है? इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर अस्पताल पर हुए हमले का आरोप लगाया है. पीएम नेतन्याहू ने ट्वीट कहा, “अस्पताल में हमले को लेकर हमारे हाथ लगी खुफिया के मुताबिक, ये ‘इस्लामिक जिहाद’ के मिसफायर रॉकेट लॉन्च का नतीजा है. यह बात पूरी दुनिया को पता चलना चाहिए कि बर्बर आतंकवादियों ने ही गाजा के अस्पताल पर हमला किया है न कि इज़रायली सुरक्षाबलों ने. आंतकियों ने हमारे बच्चों की हत्या तो की ही साथ ही उन्होंने अपने बच्चों की भी हत्या की.” नेतन्याहू पूरी तरह से इज़रायल में बैठे आतंकियों को अस्पताल पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. लेकिन फिलिस्तीन का कहना है कि नेतन्याहू झूठ बोल रहे हैं.
फिलिस्तीन का दावा- इज़रायल ने पहले हमले पर ट्वीट किया, फिर हटाया
संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के राजदूत रियाद मंसूर ने इज़रायल के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू को झूठेा करार दिया है. रियाद मंसूर के डिजिटल प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि इज़रायल ने यह सोचकर अस्पताल पर हमला किया कि इसके आसपास हमास का बेस था. फिर उन्होंने वह ट्वीट हटा दिया. हमारे पास उस ट्वीट की एक कॉपी मौजूद है… अब उन्होंने फिलिस्तीनियों को दोषी ठहराने की कोशिश करने के लिए कहानी बदल दी. सेना के इज़रायली प्रवक्ता ने एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अस्पतालों को खाली करो… उनका इरादा खाली कराना है या अस्पतालों पर हमला करना…? वे उस अपराध के लिए जिम्मेदार हैं और वे अब इससे बचने के लिए कहानियां नहीं गढ़ सकते.”
अमेरिका के नेतृत्व वाले राजनयिक प्रयासों को पटरी से उतारा…
इज़रायल ने गाज़ा पट्टी पर अभी तक जमीनी हमला नहीं किया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन आज इज़रायल पहुंच रहे हैं. इस दौरान उन्हें अरब देशों के कुछ नेताओं के साथ बातचीत करनी थी. लेकिन यह बैठक अब रद्द कर दी गई है. फिलिस्तीन का कहना है कि वह इस माहौल में बैठक में शामिल नहीं हो सकता है. अगर यह कहा जाए कि इस हमले ने “इजरायल के अपनी रक्षा के अधिकार” के लिए समर्थन जुटाने में अमेरिका के नेतृत्व वाले राजनयिक प्रयासों को पटरी से उतार दिया है, तो यह गलत नहीं होगा. आने वाले दिनों में स्थितियां और बिगड़त सकती है.
बता दें कि 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमास ने हमला किया था. इस दौरान हमास ने लगभग 5000 रॉकेट इज़रायल पर दागे थे. इसके बाद से इज़रायल लगातार गाज़ा पट्टी पर एयर स्ट्राइक कर रहा है. इन हमलों में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. इज़रायल की सेना अब गाज़ा पर जमीनी हमले के लिए तैयार है.
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