इजरायल-हमास की जंग का सोने-चांदी पर पड़ा असर, सर्राफा व्यापारियों को नुकसान

आशीष त्यागी/बागपत. इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच देश में हर एक व्यापार पर गहरा असर पड़ता नजर आ रहा है. इसमें सर्राफा ज्वैलर्स को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. फेस्टिव सीजन में भारत में सोने और चांदी की डिमांड बढ़ सकती है. एक माह में रेट अधिक बढ़ जाने के चलते ज्वैलरी लोगों की पकड़ से दूर होती नजर आ रही है. इसका भारी नुकसान सर्राफा व्यापारियों को हो रहा है.

बागपत में स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि हमास और इजरायल युद्ध के बीच सर्राफा व्यापारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. 15 दिन के बीच में ही सोने की कीमतों में 4हजार रूपए की बढ़ोतरी हुई है. वहीं चांदी के रेट में भी उछाल आया, जिससे त्योहारों के सीजन में उनके काम को प्रभावित कर दिया. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष उन्हें 50% काम का नुकसान उठाना पड़ रहा है. पिछले साल लोग लगातार उनकी दुकान पर खरीदारी करने के लिए पहुंचते थे लेकिन इस वर्ष बाजार की हालत खस्ता हो चुकी है और सर्राफा व्यापारी काफी परेशान हैं.

इस वर्ष खर्च पूरे करने में आ रही मुश्किल

15 दिन पूर्व सोने का रेट 59,000 प्रति 10 ग्राम था लेकीन 15 दिन के बीच ही सोने में 10 ग्राम की कीमत लगभग 63000 हजार पहुंच गई. वही 15 दिन पूर्व चांदी की 10 ग्राम की कीमत ₹660 थी आज के समय में 735 है लगातार हुई कीमतों में बढ़ोतरी के बाद लोगों ने ज्वैलरी खरीदने में अपनी दिलचस्पी दिखानी कम कर दी है. त्योहारों के सीजन में लोग दिलचस्पी से ज्वैलरी खरीदने थे. जिससे सर्राफा व्यापार अच्छा चलता था, लेकिन इस वर्ष लोगों की दूरी बनाने से व्यापारियों के खर्चे चलने में मुश्किल हो गई हैं और वह पूरा दिन दुकान पर ग्राहक आने की उम्मीद लगाए बैठे रहते हैं.

ग्राहकों ने बनाई बाजार से दूरी

मनोज वर्मा ने बताया कि वह करीब 28 वर्ष से सर्राफा व्यापार में ज्वैलरी का काम करते हैं, लेकिन इस वर्ष आभूषण की दूरी लोगों से परेशानी का सबक बनी हुई है. 28 वर्षों में इस तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा. हमास और इजरायल युद्ध के बीच लगातार हुई सोने चांदी के आभूषणों में बढ़ोतरी के बाद लोग सर्राफा व्यापार से दूरी बना रहे हैं. जिस कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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