इजराइल ने गाजा पर 5 हजार एयर स्ट्राइक कीं: IDF ने कहा- हमने रियल टाइम खतरे टाले; लेबनान बॉर्डर पर हालात खतरनाक

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तेल अवीवएक घंटा पहले

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लेबनान बॉर्डर की यह तस्वीर कुछ दिन पहले की है। तब इजराइल पर हिजबुल्लाह आतंकी संगठन ने मिसाइल दागी थी। - Dainik Bhaskar

लेबनान बॉर्डर की यह तस्वीर कुछ दिन पहले की है। तब इजराइल पर हिजबुल्लाह आतंकी संगठन ने मिसाइल दागी थी।

इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने शनिवार रात कहा कि उसने गाजा पर करीब 5 हजार एयर स्ट्राइक की हैं और ये रियल टाइम थ्रेट (खतरे) को देखते हुए की गईं।

दूसरी तरफ, लेबनान बॉर्डर पर हालात खतरनाक होते जा रहे हैं। यहां लगातार अलर्ट सायरन बज रहे हैं। हिजबुल्लाह चीफ ने कहा है कि अगर इजराइल के हमले रोकने हैं तो अमेरिका पर दबाव बनाना जरूरी है।

IDF ने एक बयान जारी कर कहा है कि गाजा के अल शिफा हॉस्पिटल के कोई फायरिंग नहीं हुई और न ही इसके पास किसी जगह पर कब्जा किया गया। हॉस्पिटल अब भी खुला है।

IDF ने हमलों की तफ्सील भी बताई

  • इजराइली फौज ने कहा- गाजा पर अब तक करीब 5 हजार एयर स्ट्राइक की गई हैं। हमारी ग्राउंड फोर्सेस ने गाजा में रियर टाइम थ्रेट्स को देखते हुए एयरफोर्स से टारगेट हिट करने को कहा।
  • बयान के मुताबिक- 3300 एयर स्ट्राइक फाइटर जेट्स, 860 कॉम्बेट हेलिकॉप्टर्स और 570 अटैक ड्रोन्स से किए गए। कई बार ऐसा हुआ कि कुछ सौ मीटर की दूरी ही दो टारगेट हिट करने पड़े। इस दौरान वहां ग्राउंड फोर्सेस भी मौजूद थीं।
  • इस बयान में एक खास बात है। इसमें कहा गया- ग्राउंड फोर्स ने जब भी हमला करने को कहा तो महज 6 मिनिट में एयरफोर्स के फाइटर जेट्स, ड्रोन्स या कॉम्बेट हेलिकॉप्टर मौके पर पहुंच और उन्होंने टारगेट हिट किए।
लेबनान और इजराइल बॉर्डर से सटे काबरी इलाके में शनिवार को दिनभर अलर्ट सायरन बजते रहे। कुछ दिन पहले यहां लेबनान से मिसाइल भी दागी गई थी।

लेबनान और इजराइल बॉर्डर से सटे काबरी इलाके में शनिवार को दिनभर अलर्ट सायरन बजते रहे। कुछ दिन पहले यहां लेबनान से मिसाइल भी दागी गई थी।

लेबनान सीमा पर अलर्ट

  • लेबनान और इजराइल बॉर्डर से सटे काबरी इलाके में शनिवार को दिनभर अलर्ट सायरन बजते रहे। काबरी के आसपास नेवेज जिव, मनोत और एवडॉन शहर भी हैं। इसके पहले भी यहां अलर्ट सायरन बजते रहे हैं। यह सिलसिला जंग शुरू होने के बाद और तेज हो गया है।
  • इजराइली फौज के एक अफसर ने टाइम्स ऑफ इजराइल को बताया- ये अलर्ट सायरन इसलिए ज्यादा तेज हो गए हैं, क्योंकि खुफिया जानकारी मिली है कि लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह किसी बड़े हमले की साजिश रच रहा है। अगर वहां से कोई हरकत हुई तो हमारी सेना बिना देर किए जबरदस्त जवाब देने को तैयार है। वहां से लगातार ड्रोन हमलों की कोशिश भी हो रही है।
गाजा बॉर्डर पर शनिवार को खड़े ट्रक। दो दिन पहले खबर आई थी कि गाजा में अब तक सिर्फ 521 ट्रक ही राहत सामग्री लेकर पहुंच पाए हैं।

गाजा बॉर्डर पर शनिवार को खड़े ट्रक। दो दिन पहले खबर आई थी कि गाजा में अब तक सिर्फ 521 ट्रक ही राहत सामग्री लेकर पहुंच पाए हैं।

अमेरिका पर दबाव बनाए दुनिया
हिजबुल्लाह आतंकी संगठन के सरगना हसन नसरल्लाह ने शनिवार को एक अहम बयान दिया। उसने कहा- इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन और निंदा से कुछ नहीं होगा। अगर गाजा पर हमले रोकना है तो अमेरिका पर दबाव बनाना होगा। अमेरिका ही वो ताकत है जो इजराइल के हमले बंद करा सकता है।

उसने आगे कहा- हम देख रहे हैं कि वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क, लंदन और पेरिस में लगातार इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। अब वक्त आ गया है जब पश्चिमी देश सीजफायर के लिए दबाव बनाएं। उन्होंने शुरुआत में हमास के हमलों की निंदा की थी। अमेरिका और उसके सहयोगी ब्रिटेन ने भी यही किया। अब जरूरत ये है कि अमेरिका पर दबाव बनाया जाए।

गाजा में हर दस मिनट में एक बच्चे की मौत

गाजा में इजराइल का जमीनी ऑपरेशन जारी है। इस बीच वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO के चीफ ने UNSC को बताया है कि इजराइली बमबारी से गाजा में हर दस मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है। जंग में अब तक गाजा के 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। मरने वालों में 4506 बच्चे हैं।

इ​​​​​​जराइल ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले में मरने वाले लोगों की संख्या घटा दी है। इजराइल के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि पहले 1400 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन ये संख्या 1200 है।

गाजा में इजराइली बमबारी से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत, अमेरिका समेत कई देश इजराइल पर गाजा में बमबारी रोकने का दबाव बना रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि अब बातों की नहीं, एक्शन की जरूरत है। गाजा में हो रही हत्याओं के खिलाफ सभी मुस्लिम देशों को साथ आना चाहिए।

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इस्लामिक देशों की समिट में शामिल होने से पहले ये बयान दिया है।

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इस्लामिक देशों की समिट में शामिल होने से पहले ये बयान दिया है।

फ्रांस की भी सीजफायर के लिए अपील
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजराइल से सीज फायर की अपील की है। BBC को दिए इंटरव्यू में मैक्रों ने कहा है कि गाजा में औरतों और बच्चों को मारना अब बंद किया जाना चाहिए। हालांकि मैक्रों ने ये भी कहा है कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है।

उत्तरी गाजा छोड़कर जाते हुए लोग, पिछले एक हफ्ते में 1 लाख से ज्यादा लोग दक्षिण गाजा पहुंच चुके हैं।

उत्तरी गाजा छोड़कर जाते हुए लोग, पिछले एक हफ्ते में 1 लाख से ज्यादा लोग दक्षिण गाजा पहुंच चुके हैं।

मैक्रों के बयान पर नेतन्याहू का पलटवार
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मैक्रों के बयान पर आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि गाजा में हो रही मौतों के जिम्मेदार हम नहीं, ISIS और हमास है। दुनिया को हमारी नहीं, इनकी आलोचना करनी चाहिए। नेतन्याहू ने दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा- हमास ने गाजा में जो अपराध किए हैं वो पेरिस, न्यूयॉर्क और पूरी दुनियाभर में हो सकते हैं।

इजराइली सेना ने गाजा के 3 अस्पतालों को घेरा
इजराइली सेना ने पहले तो गाजा के अल शिफा अस्पताल के पास स्ट्राइक की। इसके बाद 3 अस्पतालों को चारों तरफ से घेर लिया है। मरीज और स्टाफ अस्पताल में बंद हैं, जबकि बाहर इजराइल और हमास लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हुई।

अल शिफा अस्पताल के पास हुए धमाके में 13 लोगों की जान चली गई। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना ने जिन 3 अस्पतालों को घेरा है उनमें अल शिफा, अल कुद्स और इंडोनेशिया हॉस्पिटल शामिल हैं।

ये ग्राफिक इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने शेयर किया है।

ये ग्राफिक इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने शेयर किया है।

इजराइल की डिफेंस फोर्सेज ने दावा किया है कि इन अस्पतालों के नीचे हमास के कमांड सेंटर हैं। इजराइल ने कहा है कि अल शिफा अस्पताल के नीचे हमास इंटेलिजेंस का मेन क्वार्टर है। वो इसी पर बमबारी कर रहे हैं। वहीं, हमास ने इजराइल पर बेगुनाह लोगों की जान लेने का आरोप लगाया है

हमास चीफ इस्माइल हानिया की पोती की मौत
अलजजीरा की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गाजा शहर में शुक्रवार को हुई इजराइली बमबारी में हमास चीफ इस्माइल हानिये की पोती रोआ हानिये की मौत हो गई। इजराइली सेना ने इस जानकारी की पुष्टि नहीं की है। दूसरी तरफ, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि गाजा में बहुत ज्यादा लोग मारे जा रहे हैं। उन्हें बचाने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे।

तस्वीर गाजा में हमास के चीफ इस्माइल हानिया की पोती रोआ हानिया की है।

तस्वीर गाजा में हमास के चीफ इस्माइल हानिया की पोती रोआ हानिया की है।

गाजा की जिम्मेदारी लेने को तैयार महमूद अब्बास
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा है कि वो जंग के बाद गाजा की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं। दरअसल, इजराइल के बनने के बाद फिलिस्तीनी अरबों की आबादी केवल 2 हिस्सों में रह गई। वेस्ट बैंक और गाजा।

वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी अथॉरिटी का कब्जा रहा है और गाजा में हमास ने शासन किया है। इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि वो गाजा पर कब्जा नहीं करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि हम गाजा को बेहतर भविष्य देंगे।

जंग के बीच कार्टून और नारों पर बवाल
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने हाल ही में इजराइल-हमास जंग पर एक कार्टून बनाया। इसमें हमास खुद को बचाने के लिए आम लोगों का इस्तेमाल करता दिखाई दे रहा था। इसे इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने भी शेयर किया।

इस कार्टून को ह्यूमन शील्ड नाम दिया गया था। हालांकि आलोचना के बाद वॉशिंगटन पोस्ट ने इसे डिलीट कर दिया। वॉशिंगटन पोस्ट के ओपिनियन सेक्शन के हेड डेविट शिप्ले ने इसे लेकर माफी भी मांगी।

सिर्फ कार्टून ही नहीं, जंग में एक नारे का भी अमेरिका में खूब जिक्र हो रहा है। ये नारा है- नदियों से लेकर समुद्र तक फिलिस्तीन आजाद है। अमेरिकी संसद में ये नारा लगाने पर सांसद राशिदा तालिब को सेंसर किया गया है।

दरअसल इस नारे की शुरुआत 1960 के दशक में हुई थी। नारा लगाने वाले लोगों का मानना था कि फिलिस्तीन का बॉर्डर 1948 से पहले जैसा होना चाहिए। यानी आज जहां इजराइल है, वहां फिलिस्तीनी हुकूमत होनी चाहिए। इस नारे में नदी का मतलब जॉर्डन रिवर से है। वहीं, समुद्र का मतलब भूमध्य सागर से है।

तस्वीर उस कार्टून की है, जिस पर वॉशिंगटन पोस्ट ने माफी मांगी है।

तस्वीर उस कार्टून की है, जिस पर वॉशिंगटन पोस्ट ने माफी मांगी है।

इजराइल-हमास जंग की 5 अहम तस्वीरें…

गाजा में इजराइल के जमीनी ऑपरेशन की झलक, नेतन्याहू का कहना है वो गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहते।

गाजा में इजराइल के जमीनी ऑपरेशन की झलक, नेतन्याहू का कहना है वो गाजा पर कब्जा नहीं करना चाहते।

इजराइली सेना गाजा में हमास के ठिकानों पर टैंक से हमले करते हुए।

इजराइली सेना गाजा में हमास के ठिकानों पर टैंक से हमले करते हुए।

इजराइली बमबारी से बचने के लिए गाजा के लोग अस्पतालों में पनाह ले रहे थे। अब अस्पताल भी सुरक्षित नहीं हैं।

इजराइली बमबारी से बचने के लिए गाजा के लोग अस्पतालों में पनाह ले रहे थे। अब अस्पताल भी सुरक्षित नहीं हैं।

अलजजीरा के मुताबिक गाजा के अल कुद्स अस्पातल में केवल 3 घंटे का फ्यूल बचा है। इसके बाद सारे ऑपरेशन ठप पड़ जाएंगे। इससे 500 लोगों की जान को खतरा है।

अलजजीरा के मुताबिक गाजा के अल कुद्स अस्पातल में केवल 3 घंटे का फ्यूल बचा है। इसके बाद सारे ऑपरेशन ठप पड़ जाएंगे। इससे 500 लोगों की जान को खतरा है।

इजराइली बमबारी में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार करने इकट्ठा हुए लोग।

इजराइली बमबारी में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार करने इकट्ठा हुए लोग।

WHO बोला- गाजा में गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी WHO ने एक अहम बयान जारी किया है। संगठन ने कहा- जंग के बीच गाजा में सेहत संबंधी गंभीर खतरे पैदा हो रहे हैं। यहां गंभीर बीमारियां फैलने की आशंका है। जंग के बीच WHO का यह पहला बयान है। इसने कहा- गाजा में करीब 23 लाख लोग रहते हैं। यहां बुनियादी सुविधाएं जंग की शुरुआत में ही खत्म हो गईं थीं। अगर हालात बहुत जल्द नहीं सुधरे तो यहां गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा है।

WHO के मुताबिक डायरिया, चिकनपॉक्स और सांस लेने में दिक्कत होने जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। यहां इस वक्त पीने लायक पानी तक नहीं है। दुनिया से जो राहत सामग्री भेजी जा रही है वो बेहद कम है। उससे कोई फायदा नहीं होगा।

WHO के मुताबिक गाजा में डायरिया, चिकनपॉक्स और सांस लेने में दिक्कत होने जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। यहां इस वक्त पीने लायक पानी तक नहीं है।

WHO के मुताबिक गाजा में डायरिया, चिकनपॉक्स और सांस लेने में दिक्कत होने जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। यहां इस वक्त पीने लायक पानी तक नहीं है।

IDF कॉरिडोर से एक लाख फिलिस्तिनियों ने गाजा छोड़ा
इजराइली सेना की तरफ से 8 नवंबर से उत्तरी गाजा के लोगों को दक्षिणी हिस्से में जाने के लिए 4 घंटे का वक्त दिया जा रहा है। यहां से अब तक एक लाख फिलिस्तीनियों ने गाजा छोड़ा है। इजराइली सेना ने एक बयान में कहा था- गाजा के लोगों के लिए यह कदम जरूरी था। हम आम लोगों की सुरक्षा चाहते हैं। इसलिए चार घंटे का वक्त दिया गया है। अब तक तीन बार ये काम किया जा चुका है।

‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद?
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।

गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

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