तेल अवीव:
द होस्टेज्स एंड मिसिंग फैमिली फोरम ऑफ इजराइल ने मांग की है कि संघर्ष विराम को तेज किया जाए और अपहरण किए गए लोगों के बारे में जल्द से जल्द जानकारी जुटाकर सार्वजनिक किया जाए। बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला करने के बाद कई लोगों को बंधक बना लिया था।
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी बसेम नईम ने एक इंटरव्यू में कहा कि बंधकों को अलग-अलग समूहों में कैद करके रखा गया है। अब हमास के पास इसकी जानकारी नहीं है कि कितने लोग मारे जा चुके हैं और कितने जिंदा हैं।
नईम ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि अपहरण किए गए कैदियों के बारे में जानकारी बहुत मूल्यवान है और इसे मुफ्त में किसी के भी साथ शेेेयरर नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कैदियों की स्थिति के बारे में जानकारी तब जुटाई जा सकेगी, जब सीजफायर थम जाएगा।
एक कैदी के करीबी ऑलिव मोस्ले ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा, हमास के अधिकारी का यह बयान बेहद खौफनाक है। हम अपने सभी प्रियजनों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमें नहीं पता है कि वह जिंदा लौटेंगे या नहीं।
उन्होंने इजराइल सरकार से आह्वान किया कि वह गाजा और कैदियों की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाकर सार्वजनिक करें।
इजराइली इंटेलिजेंस एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कम से कम 134 लोग हमास की कस्टडी में हैं और उनमें से 32 मारे जा चुके हैं।
हमास द्वारा मृत और जिंदा कैदियों के बारे में जानकारी नहीं दिए जाने के बाद इजराइल ने संघर्ष विराम से पहले शांति स्थापित करने के लिए चल रही वार्ता से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं।
कुछ दिनों पहले हमास ने ऐलान किया था कि सात कैदी मारे जा चुके हैं, लेकिन इनमें से पहचान कुछ ही लोगों की हो पाई थी। इनमें गेर्शोम पेरी (79), योरम इटाक मर्ज़गर (80) और अमीरम इज़राइल कूपर (85) का नाम शामिल है। यह जानकारी हमास ने ही सार्वजनिक की थी। हालांकि, कैदियों के परिजनों ने कहा कि हमास द्वारा सार्वजनिक की गई जानकारी अपुष्ट है।
द होस्टेज्स एंड मिसिंग फैमिली फोरम ऑफ इजराइल ने कहा था कि हमास ने पहले कहा था कि बंधक हन्ना काट्ज़िर को मार दिया गया है, लेकिन बाद में उसे रिहा कर दिया गया था। फोरम ने ने इजराइल सरकार से मांग की है कि वो संघर्ष विराम गतिविधियों में तेजी लाने की दिशा में प्रयास करें और जिन लोगों को गाजा में बंधक बना लिया गया है, उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाए।
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