राहुल दवे/इंदौर: मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहलाने के साथ-साथ इंदौर धार्मिक नगरी भी है. यहां अनेक ऐसे मंदिर हैं, जिनकी अपनी अलग विशेषता है. इन्हीं में से एक है नर्मदेश्वर महादेव मंदिर, जहां उज्जैन के भगवान महाकाल की तर्ज पर भस्म आरती होती है. यहां स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई 8 फीट है, जिस पर अभिषेक करने के लिए पंप चलाकर पानी से जल अर्पित किया जाता है.
मध्य भारत का सबसे बड़ा शिवलिंग
इंदौर के एमआर-10 ब्रिज के नीचे बने नर्मदेश्वर महादेव में विराजित शिवलिंग 8 फीट ऊंचा है, जिसे मध्य भारत का सबसे बड़ा शिवलिंग भी माना जाता है. करीब 8 साल पहले स्थापना के लिए काले और खूबसूरत इस नर्मदेश्वर शिवलिंग को उतारने में 11 घंटे और दो क्रेन को मशक्कत करना पड़ी थी. मंदिर का निर्माण करवाने वालों का कहना है कि शिवलिंग सनावद के पास बकावा गांव से लाया गया है. विशाल और काले रंग के शिवलिंग को नर्मदा नदी से निकाला है. यह प्राकृतिक शिवलिंग है.
रोज सुबह भस्म आरती
उज्जैन में बाबा महाकाल के लिए भस्म आरती में भस्म लाने वाले बाबा बमबम नाथ जी के चेले संतोषनाथ जी इस मंदिर के प्रमुख हैं. महाकाल की तर्ज पर यहां भी रोज सुबह 6 बजे भगवान की भस्म आरती की जाती है. वहीं शाम को 4 बजे से भगवान का अभिषेक किया जाता है. शिवलिंग की ऊंचाई अधिक होने के चलते जल से अभिषेक करने के लिए यहां मोटर की व्यवस्था की गई है. सीढ़ी लगाकर श्रृंगार किया जाता है.
लगता है श्रद्धालुओं का तांता
मंदिर में प्रतिदिन भगवान को जल अर्पण करने और पूजन-पाठ के लिए आसपास के श्रद्धालु आते हैं. महाशिवरात्रि और श्रावण माह के सभी सोमवार पर दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगता है. प्रमुख पर्व और त्योहारों पर भगवान का आकर्षक श्रृंगार कर भक्तों में महाप्रसाद वितरण किया जाता है. आने वाली महाशिवरात्रि को लेकर भी मंदिर में विशेष तैयारियां की जा रही हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 4, 2024, 10:31 IST