इंडिया गठबंधन के साथ पप्पू यादव की डील फाइनल, इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

Patna:

Bihar Lok Sabha Election 2024: बिहार की नीतीश सरकार ने 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत जीतकर विपक्ष को करारा जवाब दिया और बिहार में अपनी सरकार बनाई. इसके साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के हालिया पलटवार के बाद प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है. इन सबके बीच लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां भी तेज होती जा रही हैं. इस बार एनडीए का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं और इंडिया अलायंस के तहत मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव भी चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं. अब इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही थी कि वो अकेले चुनाव लड़ेंगे या इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर लड़ेंगे लेकिन अब इस अटकलों पर विराम लग गया है. दरअसल, पप्पू यादव की ओर से कहा गया है कि, ‘वह कांग्रेस के नेतृत्व में महागठबंधन का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ेंगे.’

पप्पू यादव ने कार्यकर्त्ताओं की बुलाई बैठक 

आपको बता दें कि जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने मधेपुरा जिले के कुमारखंड प्रखंड अंतर्गत खुर्दा गांव स्थित अपने पैतृक आवास पर चार जिलों के कार्यकर्ताओं की अहम बैठक बुलाई है. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने अपने जिलों में जनता से मजबूती से संवाद करने और उनके बीच रहने की सख्त हिदायत भी दी. बता दें कि इस दौरान पप्पू यादव ने कहा कि वह कोसी और सीमांचल के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा है कि, ”हमें ना किसी को गाली देना है ना किसी को सत्ता से हटाना है, बल्कि हमें अपनी लाइफ के लिए एक व्यवस्थित सत्ता का निर्माण करना है.”

‘हिंदू- मुसलमान करना ठीक नहीं’ – पप्पू यादव

आपको बता दें कि आगे पप्पू यादव ने कहा कि, ”हमेशा हिंदू मुसलमान करना ठीक नहीं है. ये देश और राज्य के लिए अशुभ संकेत है जो ठीक नहीं है, इसीलिए हमारे यहां फल, मक्का, मखान और धान, कारखाना कैसे हो और मधेपुरा से लंबी दूरी की ट्रेन और हमारे यहां मुरलीगंज से भीमनगर होते हुए कुरसैला से ट्रेन कैसे चले और बिहारीगंज से कुशेश्वर स्थान होते हुए दरभंगा को कैसे जोड़े, सहरसा में एम्स कैसे हो और पूर्णियां में हाईकोर्ट बैंच, एयरपोर्ट कैसे हो हमारे लिए यह एक बड़ा सवाल है.” 

‘5 लाख लोग जुटेंगे’- पप्पू यादव

वहीं आपको बता दें कि पप्पू यादव ने आगे कहा कि, ”आगामी 9 मार्च को पूर्णियां के रंगभूमि मैदान में करीब 5 लाख लोगों की जुटने का संभावना है.” साथ ही उन्होंने पार्टी विलय पर आगे कहा कि, ”इस तरह की कोई बात नहीं है, मैं गठबंधन के साथ हूं कांग्रेस नेतृत्व को समझना होगा. उनके निर्णय मुझे मान्य हैं, मुझे किस रूप में लेते है, उन्हे हीं देखना होगा.”

बहरहाल, बिहार में बढ़ती राजनीतिक बयानबाजी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें करीब आएंगी, बयानबाजी का स्तर भी बढ़ता जाएगा. हालांकि, इन सबके बीच अब बिहार में किसकी सरकार बनती है, 2024 में बिहार की जनता किसे अपना वोट देगी, यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा.

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *