इंजीनियर की नौकरी छोड़ शुरू किया ये बिजनेस, अब पापा को है बेटे पर नाज, दिलचस्प है कहानी

हिना आज़मी/देहरादून. नए जमाने में फैशन के साथ-साथ जेवरों में भी नई ज्वेलरी आती रहती है, लेकिन राजा-महाराजाओं के जमाने से ही लोगों में बीड्स ज्वेलरी का अपना अलग ही शौक रहा है. जो आज भी कायम है. बीड्स ज्वेलरी या कहें मोतियों के जेवर का पुराने जमाने में बहुत चलन था. लेकिन नए स्टाइल के जेवर आने से इनकी डिमांड कम होने लगी. वहीं इन जेवरों को नए स्टाइल के साथ पेश करने का काम कर रहे हैं आदिल अख्तर.

यह काम उनके परिवार में पिछले 30 सालों से हो रहा था और बचपन से ही वह स्कूल कॉलेज से आने के बाद इसमें लग जाते थे. हालांकि, आदिल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद नौकरी करनी शुरू कर दी. लेकिन उन्होंने अपने परिवार के काम को ही अपना सारा वक्त देना शुरू कर दिया. पहले उनके पिता सिर्फ मोतियों की चूड़ियां, बैग्स और मालाएं बनाया करते थे लेकिन उन्होंने मोतियों के साथ अलग-अलग डिजाइन के नेकलेस, ईयररिंग, हैंड रिंग, ब्रेसलेट और कई तरह की ज्वेलरी को इतने बेहतरीन ढंग से लोगों के बीच पेश किया कि लोग उन्हें देखकर उनके पास खिंचे चले आते हैं.

इमरजेंसी के बाद चली गई पिता की नौकरी
आदिल अख्तर ने बताया कि उनके पिता ने भारत सरकार द्वारा संचालित किए जाने वाले डिजाइन सेंटर ऑफ ओखला से ट्रेनिंग ली थी. इसके बाद हैंडीक्राफ्ट हैंडलूम एक्सपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में उन्हें सरकारी नौकरी लग गई. उस दौरान उन्होंने कई लोगों को ट्रेनिंग दी. 15 साल सेवा देने के बाद इमरजेंसी के चलते उनकी नौकरी चली गई. फिर उन्होंने अपना ही काम शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि वह अपने पिता को देखते थे कि वह किस तरह से काम कर रहे हैं और फिर उनसे सीखते थे.

 नौकरी छोड़ किया बीडेड ज्वेलरी का काम 
आदिल अख्तर ने बताया कि उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया. उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज से आने के बाद हम इस काम में भी लग जाया करते थे क्योंकि उनके पिता उन्हें अक्सर प्रेरणा देते थे. उन्होंने बताया कि डिप्लोमा पूरा होने के बाद उन्होंने इंजीनियर की नौकरी की लेकिन फिर वह फुल टाइम अपने इस काम में लग गए. उन्होंने बताया कि हम अपनी तैयार की गई ज्वेलरी को गुड़गांव, दिल्ली के अलावा देशभर के मेलों और प्रदर्शनियों में ले जाते हैं, जिन्हें लोग काफी ज्यादा पसंद करते हैं.

ऑर्डर पर बनवाएं जेवर
उन्होंने बताया कि उनके बड़े भाई देहरादून में मोतियों की बनी चूड़ियां बेचते हैं और उनसे ऑर्डर पर ये जेवर बनवाए जा सकते हैं. आप 8700223503 पर उनसे संपर्क कर सकते हैं. आदिल बताते हैं कि यह बहुत बारीक काम है, जिसे करने में बहुत मुश्किल होती है लेकिन लोगों को जब यह पसंद आते हैं, तो उन्हें हर बार कुछ नया करने की प्रेरणा मिलती है.

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