कानपुर22 मिनट पहले
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आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन। (फाइल फोटो)
कानपुर के चर्चित किसान बाबू सिंह सुसाइड केस में पुलिस की लचर पैरवी और टालमटोल के चलते एक बार फिर भाजपा नेता रहे आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। सुसाइड कांड पांच महीने बाद भी पुलिस आशु दिवाकर को अरेस्ट नहीं कर सकी है। उधर हाईकोर्ट ने सोमवार को फिर उसे अगली सुनवाई यानी 4 अप्रैल तक अरेस्टिंग स्टे दिया है। आशु दिवाकर बीते पांच महीने से फरार चल रहा था, अब अरेस्टिंग स्टे मिलने पर पीड़ित परिवार सहमा हुआ है।
सत्ता के रसूख और पुलिस की लचर पैरवी का आशु को मिला फायदा