अर्मेनियाई अधिकारियों का कहना है कि आईसीसी में शामिल होने के प्रयास का रूस से कोई लेना-देना नहीं है और यह देश के खिलाफ अजरबैजान की आक्रामकता से प्रेरित है।
अर्मेनियाई संसद ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में शामिल होने के लिए मतदान किया, जिसने इस साल की शुरुआत में यूक्रेन से बच्चों के निर्वासन से जुड़े युद्ध अपराधों के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दोषी ठहराया था। इस कदम से आर्मेनिया के अपने सहयोगी रूस के साथ बिगड़ते संबंधों में और तनाव आने की संभावना है, जिसने पिछले महीने येरेवन के आईसीसी में शामिल होने के प्रयास को अमित्रतापूर्ण कदम बताया। जिन देशों ने आईसीसी का निर्माण करने वाले रोम संविधि पर हस्ताक्षर और अनुमोदन किया है, वे पुतिन को गिरफ्तार करने के लिए बाध्य हैं यदि वह उनकी धरती पर कदम रखते हैं। अर्मेनियाई अधिकारियों का कहना है कि आईसीसी में शामिल होने के प्रयास का रूस से कोई लेना-देना नहीं है और यह देश के खिलाफ अजरबैजान की आक्रामकता से प्रेरित है।
आर्मेनिया की संसद ने सहयोगी रूस के साथ संबंधों को तनावपूर्ण बनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में शामिल होने के लिए मतदान किया। मॉस्को ने पिछले महीने येरवान के आईसीसी में शामिल होने के प्रयास को अमैत्रीपूर्ण कदम कहा था। इसको लेकर रूसी विदेश मंत्रालय ने आर्मेनिया के राजदूत को तलब किया। जिन देशों ने आईसीसी बनाने वाले रोम संविधि पर हस्ताक्षर किए हैं वे पुतिन को गिरफ्तार करने के लिए बाध्य हैं। अगर वे उनकी धरती पर पैर रखते हैं। आईसीसी ने यूक्रेन से बच्चों के निर्वासन से संबंधित युद्ध अपराधों के लिए पुतिन को दोषी ठहराया गया था।
हाल के सालों में रूस के साथ आर्मेनिया के संबंधों में काफी गिरावट आई है। 2020 में मॉस्को ने एक समझौते की मध्यस्थता की थी। जिसने आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच छह सप्ताह के युद्ध को समाप्त कर दिया था। इसके तहत येरवान ने नागोरनो काराबाख और उसके आसपास के इलाके के बड़े हिस्से को बाकू को सौंप दिया।
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