New Delhi:
Budget 2023 : अंतरिम बजट के साथ 11वां बजट का काउंटडाउन शुरू हो चुका है शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस जैसे तमाम छेत्रों को इस बार के बजट से ख़ासा उम्मीदें हैं, हलवा सेरेमनी में वित्तमंत्री ने ख़ुशी का इज़हार करते हुए जनता को आश्वासन देने की कोशिश की कि इस बार का बजट जनता के लिए तमाम तोहफ़े लाने वाला है लेकिन क्या वित्तमंत्री के लिए इतना आसान होगा या फिर एक बार फिर लोगों को निराशा हाथ लगेगी.
तो आइए आपको बताते हैं किन किन छेत्रों ने वित्तमंत्री से अपनी उम्मीद का इज़हार किया है
हेल्थ सेक्टर की मांग, स्वास्थ्य बजट को बढ़ाया जाए
देश में जन जन को इलाज मिल सके और इलाज का खर्च भी कम से कम किया जा सके इसके लिए हेल्थ बजट को बढ़ाना बेहद ज़रूरी है देश में एक बड़ा तबका जो आज भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम है उसे बेहतर सुविधाएं दी जा सकें इसके लिए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की ज़रूरत है
एसएस इनोवेशंस के प्रबंध निदेशक और संस्थापक डॉ सुधीर पी श्रीवास्तव का मानना है कि हेल्थ सेक्टर पर काम बहुत हुआ लेकिन आज भी जीडीपी के मुक़ाबले हेल्थ सेक्टर का बजट कम है जिसे बढ़ाने की ज़रूरत है। ऐसे में प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री से उम्मीद की जाती है कि इस बार के हेल्थ बजट में ज़्यादा इज़ाफा हो।आम लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे,
आयुष्मान भारत से लोगों को मिली मदद लेकिन अभी भी काफ़ी लोग बेहतर इलाज से वंचित ऐसे में स्कीम का दायरा बढ़ाया जाए
स्वास्थ्य से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि आयुष्मान भारत स्कीम से आख़िरी व्यक्ति को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाए इसके लिए बीमा ज़रूरी है और बिना खर्च इलाज मिले ये उसका हक़ है इसलिए आयुष्मान भारत स्कीम को भी बजट में बढ़ाने की उम्मीद है और हेल्थ सेक्टर की बड़ी मांग भी है
डॉक्टर सुधीर पी श्रीवास्तव का कहना है कि आयुष्मान भारत जैसी स्कीम के जरिये आम आदमियों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ज़रूर मिली लेकिन आज के दौर में आम जनता उसे बेहतर रोबोटिक हेस्थ सिस्टम से इलाज की ज़रूरत है।
यानी इस बार का बजट पॉपुलिस्ट बजट तो होगा लेकिन सरकार और वित्तमंत्री से हेल्थ सेक्टर को मज़बूत करने की मांग को देखते हुए स्वास्थ्य बजट बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।