शशिकांत/पलामू. आम में मंजर आने लगे हैं, जिसे देख किसानों के चेहरे खिल गए हैं, लेकिन इस खुशी को बनाए रखने के लिए आपको कुछ विशेष प्रबंधन करने की जरूरत है. अगर किसान आम का बेहतर उत्पादन चाहते हैं तो उन्हे सबसे पहले कीटनाशक प्रबंधन करने की जरूरत है. वरना आपके मंजर में फल नहीं होंगे. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार आप आम की फ्लावरिंग को बचा सकते हैं.
क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, चियांकी के कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने बताया कि आम के पेड़ में मंजर आने का समय आ गया है. कई किसानों के आम के पेड़ों में मंजर आ गए हैं और अब किसानों को खास प्रबंधन करने की जरूरत है. वरना उनकी फसल बर्बाद हो सकती है. उन्होंने बताया कि मंजर आने आने पर किसान कीटनाशक प्रबंधन जरूर करें, क्योंकि मंजर में मिठास होती है. जिस कारण मंजर में मधुआ कीट लगने लगता है. इससे फसल नष्ट हो सकती है. मधूआ कीट पूरी तरह मंजर को नष्ट कर देता है. इससे पत्ते चमकदार और मंजर काला हो जाता है, जिससे किसानों का फसल बर्बाद हो जाती है.
मंजर की करें इस प्रकार धुलाई
उन्होंने बताया कि जिन किसानों के आम बगान में मंजर आ गए हैं, वो किसान मंजर की धुलाई करें. इससे मध्य किट से फसल को बचाया जा सकता है. इसके लिए किसान इमिडाक्लोरोपिड दवा का छिड़काव कर सकते हैं. किसान इस दवा को 1 एम एल प्रति लीटर पानी में घोलकर गटूर स्प्रे मशीन से छिड़काव कर सकते हैं. इसके अलावा किसान बाजार से लेंसर गोल्ड पाउडर को 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर मंजर की धुलाई कर सकते हैं, इससे मधुआ कीट का प्रकोप समाप्त हो जाता है.
आम के पेड़ में नहीं करें पटवन
उन्होंने बताया कि मंजर आने पर फसल में पटवन बिलकुल नहीं करें. जबतक 20 से 25 ग्राम का फल तैयार न हो जाए. किसान अगर मंजर आने पर पटवन करते हैं तो उनकी फसल पर बुरा प्रभाव पड़ता है और अच्छी फसल तैयार नहीं होती है. किसान आम की फसल में 20 से 25 ग्राम के फल आने पर ही पटवन करें. ताकि फसल अच्छी तैयार हो.
ड्रॉपिंग से बचाने के लिए करें ये उपाय
उन्होंने बताया कि जब मंजर में मसूर के दाने जितनी फसल तैयाए हो जाए तो एक बार फिर इमिडाक्लोरोपिड का छिड़काव करें. इसके साथ साथ फल को ड्रॉपिंग से बचाने के लिए प्लानो फिक्स दवा का इस्तेमाल करें, लेकिन किसान को ध्यान देने की जरूरत है कि इसके लिए 1 एम एल प्लानो फिक्स को 3 से 4 लीटर पानी में मिलाकर मंजर पर छिड़काव करें. इसे पानी में मिलाने के लिए डिस्पोजल सिरिंज का इस्तेमाल करें, ताकि उचित मात्रा में ही दवा मिश्रण हो सके, नहीं तो आम के सारे मंजर बर्बाद हो जाएंगे. किसानों को इन प्रबंधन का ध्यान रखने की जरूरत है, ताकि फसल अच्छी तैयार हो सके.
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FIRST PUBLISHED : March 1, 2024, 17:03 IST