आपकी कुंडली में भी है मंगल दोष? करें ये उपाय, सारी समस्याओं से मिलेगी निजात

भरत तिवारी/जबलपुर: आपकी कुंडली के सभी नौ ग्रहों में से मंगल ग्रह को सबसे प्रभावशाली बताया गया है. अगर यह ग्रह आपकी कुंडली में अच्छा कर रहा है और अच्छे स्थान पर बैठा है तो यह आपको सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा देता है और अगर यही ग्रह आपकी कुंडली में बलवान नहीं है, दूषित है और नीच का है, तो ऐसे में आपको इसका गलत प्रभाव भी देखने को मिल सकता है. ऐसे में ज्योतिष आचार्य राधा मोहन तिवारी द्वारा बताए गए मंगलवार में किए जाने वाले इन उपायों से मंगल ग्रह से प्रभावित हो रहे लोगों के रुके हुए काम बनेंगे और अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा.

1. पहला उपाय ( रोग संबंधित)
मंगल रक्त का कारक होता है और मंगल ग्रह के कुंडली में कमज़ोर होने के कारण आपको कई रक्त अंबांधित रोगों का सामना भी करना पड़ता है. जिन भी जातकों को रक्त संबंधित कोई बिमारी है,ऐसे जातकों को 5 मंगलवार तक लगातार गरीब, बेसहारा या अपाहिच व्यक्तियों को लाल वस्तु दान करनी है, जैसे लाल कपड़े, खाद्य संबंधित लाल सामग्री. इसी प्रकार पांच लाल वस्तुएं इकट्ठा कर पांच मंगलवार तक लगातार आपको दान करना है. ऐसा करने पर अगर आप हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर जैसी रक्त संबंधी बीमारियों से ग्रस्त है तो आपको इन समस्याओं से निदान मिलेगा.

2. दूसरा उपाय ( संपत्ति संबंधित)
भूमि संबंधित कार्यों में भी मंगल प्रभावशाली रहता है. कई बार जब आपकी कुंडली में मंगल दूषित रहता है तब ऐसे जातक जिन्हें भूमि से संबंधित कार्यों में परेशानियां आ रही है या कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं या संपत्ति से जुड़े हुए विवादों में वे फंसे रहते हैं तो इन जातकों के लिए कारगर उपाय है कि11 मंगलवार तक रोजाना लाल वस्त्र पहनकर बजरंग बाण का पाठ करें या प्रार्थना करें कि उनके जो भी काम अटके हुए हैं, वह जल्द से जल्द सफल हो. ऐसे में जैसे ही यह करते हुए आपके 11 मंगलवार होंगे आपको अपने रुके हुए कार्य सफल होते हुए दिखाई देंगे.

3. तीसरा उपाय (परीक्षा संबंधित)
मंगल ग्रह आपकी कुंडली में आपको आईपीएस, आईएएस जैसे बड़े पदों तक पहुंचने में भी मदद करता है. ऐसे सभी पद जो बहादुरी और पराक्रम से संबंधित होते हैं. इन सभी पद पर अगर आप हैं तो मंगल ग्रह के कारण ही है, लेकिन अगर आपका मंगल मजबूत नहीं है तो आपको परीक्षा और उनके परिणामों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे जातक हर मंगलवार सुबह शाम हनुमान चालीसा का पाठ करें और यह क्रम कम से कम 11 मंगलवार तक करें. ऐसा करने के बाद आपको आपकी परीक्षाओं में परिणाम आते हुए नजर आने लगेंगे.

4. चौथा उपाय ( क्रोध संबंधी)
मंगल ग्रह आपकी कुंडली में सेनापति की भूमिका निभाता है. मंगल ग्रह बहादुरी और वीरता का कारक होता है. लेकिन कई बार जातक की कुंडली में मंगल की स्तिथि ठीक नही होती और कुंडली में मंगल द्वितीय भाव में बैठा है तो वह जातक को अत्यंत क्रोधी भी बना देता है. ऐसे जातकों को छोटी-छोटी बात पर बार-बार क्रोध आता है और बात बात पर अपनी वाणी से लोगों को आक्रोशित कर देते हैं. ऐसे जातकों के लिए प्रत्येक मंगलवार उनके परिवार वाले जलते हुए अंगारों में ठंडा दूध डालें और यह प्रक्रिया लगातार पांच मंगलवार तक करें. आपको जातक के स्वभाव में बदलाव दिखने शुरू हो जाएंगे.

5. पांचवा उपाय ( प्रेम संबंधित)
मंगल ग्रह कुंडली में अपने हर प्रकार के प्रभाव के लिए जाना जाता है लेकिन दांपत्य जीवन में भी मंगल ग्रह की अपनी अलग भूमिका होती है. आपकी कुंडली में अगर 1,4, 8 और 12 स्थानों पर मंगल बैठा है तो वो मंगल दोष का कारक भी बनता है. ऐसे में विवाह में देरी होना, विवाह के बाद पारिवारिक कलेश होना या संबंधों में खटास आना, इन सभी परेशानियों का कारण मंगल ही होता है. ऐसे जातकों को हर मंगलवार गणेश जी के उस मंदिर में जाना चाहिए जहां पर उन्हें केसरिया रंग के कपड़े पहनाए गए हो और उन्हें पांच लाल फूल अर्पित करें. श्रद्धा भाव से उनकी आराधना करें और लगभग 7 मंगलवार तक लगातार यही क्रम करते रहे आपको अपने संबंधों में आ रही रुकावटें और विवाह में हो रही देरी से निजात मिलेगी.

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