बयान के अनुसार, “विलय के बाद आदित्य बिड़ला कैपिटल एक होल्डिंग कंपनी से एक ‘ऑपरेटिंग’ एनबीएफसी में बदल जाएगी। इससे अधिक वित्तीय ताकत और मजबूती के साथ पूंजी तक सीधी पहुंच वाली वाली एक एकीकृत बड़ी इकाई अस्तित्व में आएगी।
मुंबई। आदित्य बिड़ला कैपिटल ने सोमवार को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी आदित्य बिड़ला फाइनेंस (एबीएफ) के स्वयं में विलय की घोषणा की। इस विलय का कारण बड़े गैर-बैंक ऋणदाता भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पैमाना आधारित नियमों का पालन करना चाहते हैं।
आदित्य बिड़ला कैपिटल (एबीसी) एक सूचीबद्ध प्रणाली के हिसाब से महत्वपूर्ण गैर-जमा लेने वाली मुख्य निवेश कंपनी है जबकि एबीएफ एक गैर-जमा लेने वाली प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण एनबीएफसी (गैर-बैंक वित्त कंपनी) है। बयान के अनुसार, “विलय के बाद आदित्य बिड़ला कैपिटल एक होल्डिंग कंपनी से एक ‘ऑपरेटिंग’ एनबीएफसी में बदल जाएगी। इससे अधिक वित्तीय ताकत और मजबूती के साथ पूंजी तक सीधी पहुंच वाली वाली एक एकीकृत बड़ी इकाई अस्तित्व में आएगी।
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