‘आतंकवादी मानसिकता के लोग’, हमास प्रस्ताव पर महागठबंधन में रार! जदयू अलग तो माले राजद के मिले सुर

हाइलाइट्स

बिहार विधानमंडल शीतकालीन सत्र में हमास के प्रस्ताव को लेकर हंगामा.
भाकपा माले विधायक की मांग पर हंगामा, विधान सभा कल तक स्थगित.
महागठबंधन में जदयू से बिल्कुल अलग राजद और भाकपा माले का स्टैंड.

पटना. बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आगाज तो हो गया, लेकिन पहले ही दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से हंगामा हो गया. पहले बीजेपी की सदस्यों ने विधान परिषद के बाहर जोरदार हंगामा किया और राज्य में अपराध, भ्रष्टाचार और जातीय गणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. वहीं, बिहार विधान सभा में पहला दिन नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाए जाने के साथ ही भाकपा माले के नेता ने हंगामा करना शुरू कर दिया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने गाजा में मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि देने की मांग की, लेकिन विधान सभा अध्यक्ष ने उनकी मांगों का समर्थन नहीं किया. इसके बाद माले के विधायकों ने सदन में ही हंगामा करना शुरू कर दिया. ऐसे में अध्यक्ष ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे सुबह तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद तो जदयू के एक विधायक डॉ. संजीव कुमार ने ऐसे लोगों को आतंकवादी मानसिकता वाला करार दे दिया.

दरअसल, शीतकालीन सत्र के पहले दिन बिहार विधानसभा के दिवंगत सदस्यों के लिए शोक संवेदना प्रकट की जा रही थी, इसी दौरान माले के विधायक महबूब आलम के नेतृत्व में अन्य विधायक भी अपने जगह पर खड़े हो गए और सदन के अंदर नारेबाजी करते हुए गाजा में मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने की मांग कर दी. इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उन लोगों से शांत रहने की अपील की, लेकिन इसके बावजूद वह लोग लगातार नारेबाजी करते रहे. अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.

विधायक की मांग पर जेडीयू ने कहा है कि हमास का समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस चलाया जाना चाहिए. जेडीयू विधायक डॉ. संजीव ने सदन के भीतर माले विधायकों की हरकत को लेकर नाराजगी जताते हुए इन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की. डॉ. संजीव ने कहा, जिस तरह से हमास ने इजराइल में घुसकर महिलाओं के साथ रेप किया बच्चों के साथ दरिंदगी की और उसके पक्ष में अगर कोई बोलता है तो इससे दुखद कुछ नहीं हो सकता है. ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए.

'आतंकवादी मानसिकता के लोग', हमास प्रस्ताव पर महागठबंधन में रार! जदयू अलग तो माले राजद के मिले सुर

जेडीयू विधायक से पूछा गया कि वे अपने सहयोगी माले पर सवाल उठा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि सहयोगी अगर गलत करेंगे तो क्या होगा, अगर एक ऊंगली सड़ जाए तो उसे काट देना चाहिए, नहीं तो उसका विष पूरे शरीर में फैल जाता है. ऐसे विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो आतंकवादी संगठन को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. ऐसे लोग अपनी जिम्मेवारी को भूल गए हैं. जब विधानसभा में जाएंगे तो क्षेत्र की जनता कहेगी कि हमास को बुलाइए चुनाव प्रचार के लिए, तब ये लोग क्या करेंगे.

हालांकि, बावजूद इसके माले विधायक महबूब आलम अपने बयान पर टिके हुए रहे और अपने पक्ष को मीडिया के सामने भी सही ठहराते रहे. दूसरी ओर राजद के रफीगंज विधायक मो. नेहालुद्दीन ने विधान सभा के बाहर पत्रकारों के यह सवाल कहा कि हमलोग अपनी मांग रख रहे थे. उन्होंने कहा कि वे हमास की बात नहीं, फिलिस्तीन की बात कर रहे हैं. वहां लोग मारे गए मणिपुर में लोग मारे गए इसको लेकर हमलोग ने शोक सभा की मांग की. उसके बाद जब यह सवाल किया गया कि इसको लेकर जदयू नाराज है तो उन्होंने कहा कि – इस बारे में हम नहीं जानते हैं.

यानी साफ है कि हमास और इजरायल के मुद्दे पर राजद और जदयू का स्टैंड एक तरह से मेल खाता नहीं दिख नहीं रहा है, वहीं भाकपा माले ने तो इसको लेकर हंगामा ही मचा दिया. बहरहाल, देखना दिलचस्प रहेगा कि आगामी 10 नवंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान महागठबंधन के भीतर विरोधाभास के बीच राजनीति क्या मोड़ लेती है. बता दें कि इस सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी और सरकार कई विधेयक भी पास कराएगी.

Tags: Bihar Legislative Assembly, Bihar Legislative Council, Bihar politics, Winter season

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