हरिकांत शर्मा/आगरा: पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड ने आगरा कमिश्नरेट में बीट प्रणाली लागू किया है. कमिश्नरेट में 1683 बीट बनाई गई है. जबकि सिटी जोन में 615 बीट और देहात में 1068 बीट बनाई है. तेजतर्रार सिपाहियों को बीट पुलिस ऑफिसर बनाया गया है. बीट पुलिस ऑफिसर के पास बीट क्षेत्र की जिम्मेदारी रहेगी. बीट पुलिस ऑफिसर सारे सत्यापन करेंगे, प्रार्थना पत्रों की जांच करेंगे, कौन पाबंद होगा, किस पर गुंडा ऐक्ट लगना चाहिए यह बताएंगे. कोई भी घटना होगी उस पर पैनी नजर रखेंगे. जिससे अब जनता का काम और आसान होगा.
बीट सिस्टम लागू होने के बाद अब तेजतर्रार सिपाहियों को चुना गया है. ये बीट ऑफिसर पासपोर्ट्स वेरिफिकेशन, किराएदार का वेरिफिकेशन , शस्त्र लाइसेंस , चरित्र प्रमाण पत्र का सत्यापन करेंगे. थाना क्षेत्र में आने वाले प्रार्थना पत्रों की जांच करेंगे. न्यायालय से प्राप्त होने वाले नोटिस और सम्मन आदि का तामील कराएंगे. शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 107 /117, 151 ,133 की कार्रवाई करेंगे. अपराध से लेकर अपराधियों पर नजर रखेगें और कार्रवाई करेंगे. बीट क्षेत्र में संभ्रांत व्यक्तियों के संपर्क में रहेंगे. व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, धार्मिक स्थल, जनप्रतिनिधि, पुलिस पेंशनर, ग्राम प्रधान, ग्राम चौकीदार, लेखपाल ,पुलिस मित्र आदि के साथ व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जुड़ेंगे.
बीपीओ की जवाबदेही होगी तय
बीट पुलिस ऑफिसर पड़ पर तैनात किए गए सिपाहियों की ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है. अलग-अलग थाना क्षेत्र से इन सिपाहियों को चुना गया है. पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड खुद बीट पुलिस ऑफिसर्स की मॉनिटरिंग करेंगे. ट्रेनिंग के बाद इन बीट पुलिस ऑफिसर्स को अपने-अपने बीट की जिम्मेदारी दी जाएगी. इस प्रणाली के लागू होने से जनता का पुलिस पर भरोसा बढ़ेगा तो वहीं जनता अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगी. हालांकि बीट क्षेत्र में कोई घटना होने पर जवाबदेही भी बीपीओ की होगी. कोई वारदात होने पर अब सीधे थाना प्रभारी जिम्मेदार नहीं होंगे.
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FIRST PUBLISHED : February 12, 2024, 22:50 IST