नई दिल्ली:
जब भी गुलाब की बात आती है तो प्रेमी-प्रेमिका की बात आती है. आपने देखा होगा कि प्रेमी या प्रेमिका अपने प्यार का इजहार करने के लिए गुलाब के फूल का सहारा लेते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि प्रेमी जोड़े सिर्फ गुलाब ही क्यों देते हैं? आज हम आपको विस्तार से बताएंगे कि प्रेमी-प्रेमिका के जीवन में गुलाब का इतना महत्व क्यों है? प्रेम और गुलाब, ये दोनों ही चीजें मनुष्यों के बीच एक गहरा संबंध हैं. प्रेम के इस मिष्ट और मधुर भाव को व्यक्त करने के लिए गुलाब का उपयोग किया जाता है. गुलाब की खुशबू, उसकी सुंदरता और उसके रंग का मिलन, प्रेम के भाव के को दर्शाता है.
गुलाब के रंग में ही प्रेम है?
प्रेम के इस अनूठे अनुभव को व्यक्त करने के लिए लोग अक्सर अपने प्रेमी को गुलाब देते हैं. गुलाब की खास खुशबू, उसके फूलों की नरमता और उनकी सुंदरता में कुछ विशेष बात होती है, जो प्रेम के भाव को बयां करने में सहायक होती है. प्रेम का अहसास वास्तव में अनुपम है.यह एक ऐसा भाव है जिसे शब्दों में व्यक्त करना असंभव है. इसलिए, लोग अक्सर गुलाब का सहारा लेते हैं ताकि वे अपने प्रेम के भाव को अभिव्यक्त कर सकें.
गुलाब का रंग और सुंदरता भी प्रेम के भाव को साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.लाल गुलाब अक्सर प्यार और रोमांस का प्रतीक माना जाता है, जबकि सफेद गुलाब शांति और शुभकामनाओं का प्रतीक होता है. इसी तरह, विभिन्न रंगों और प्रकार के गुलाब, व्यक्ति के भावों और भावनाओं को सांचा-बदलकर प्रकट करते हैं.
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इसलिए प्रेमी और प्रेमिका देते हैं गुलाब
गुलाब को देने से प्रेमी अपनी प्रेमिका को अपने प्यार का इजहार करता है. गुलाब की खासताएं और उसकी खुशबू, प्रेमी के भावों को समर्थित करती हैं और उन्हें अपने प्रेम के प्रति अपनी भावनाओं को साझा करने का एक सुंदर तरीका प्रदान करती हैं. अतः, सार्वजनिक रूप से, गुलाब एक प्रेम और रोमांस का प्रतीक है और लोग इसे अपने प्रेम के भावों को व्यक्त करने का एक शानदार तरीका मानते हैं. साथ ही एक अर्से ये पर्था चली आ रह है कि प्रेमी या प्रेमिका कोई फूल देना है तो वो गुलाब ही देखना है, जो लोगों के दिमाग में भी सेट हो गया है कि प्रेम को दर्शाने के लिए गूलाब का फूल ही होता है.