सेवानिवृत्त होमगार्ड अलीहसन
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सेवानिवृत्ति के दिन किसी भी कर्मचारी को विभाग से यह दरकार रहती है कि सेवा के अंतिम दिन सम्मान से उसको विदाई दी जाएगी। एक होमगार्ड की 1 फरवरी को सेवानिवृत्ति हुई, पर उसकी आंखों में आंसू थे और वह 40 साल की सेवा के बाद खाली हाथ है। उसका आरोप है कि न तो उसकी सम्मान से सेवामुक्ति की गई और न ही सेवानिवृत होने के बाद उसे अपने गुजर-बसर के लिए कुछ मिला।
हाथरस में चंदपा क्षेत्र के गांव कुम्हरई निवासी एक होम गार्ड की विभाग में नौकरी करने के बाद एक फरवरी को सेवानिवृत्ति हो गई। जहां 31 जनवरी को भी होमगार्ड द्वारा अपनी दैनिक ड्यूटी की गई, लेकिन विभाग में 40 साल की सेवा देने के बाद भी किसी प्रकार से उनकी विभाग द्वारा सम्मान से सेवामुक्त नहीं किया गया।
40 साल की नौकरी के बाद दुखी मन से घर वापिस होने वाले होमगार्ड का आरोप है कि विभाग में जहां अन्य राज्यों में सेवानिवृत्ति के बाद होम गार्ड्स को अन्य सेवानिवृत्ति सुविधाएं दी जाती हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में सेवा कर रहे होम गार्ड इन सभी से वंचित हैं। सेवामुक्त होने के बाद होमगार्ड, उसकी पत्नी और बच्चों को लेकर एक यक्ष प्रश्न खड़ा हो गया है कि अब इन सब का गुजर-बसर कैसे होगा।