दीपक पाण्डेय/खरगोन. मध्यप्रदेश के खरगोन में अयोध्या की तर्ज पर लगातार तीसरे वर्ष भी दीप पर्व मनाया जाएगा, जिसको लेकर आयोजन समिति तैयारियों में जुट गई है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यह आयोजन एक नया रूप लेने जा रहा है. इस बार संतों के सानिध्य में मां नर्मदा की काकड़ आरती के साथ 11 हजार दीप नर्मदा में प्रवाहित होंगे. इसके अलावा 31 हजार मिट्टी के दीयों से नर्मदा घाट रोशन होंगे.
दरअसल, यह पूरा आयोजन जिले से 50 किलोमीटर दूर पवित्र नगरी मंडलेश्वर में सकल हिंदू समाज द्वारा मां नर्मदा के तट पर बैकुंठ चौदस की शाम 6 बजे से प्रारंभ होगा. नगर की सर्व समाज की महिलाएं एवं स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्राएं नर्मदा घाट पर रंगोली बनाएंगे. नगर का प्रत्येक नागरिक अपने हाथों से दीप जलाएंगे. देर रात तक चलने वाला यह आयोजन हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करने वाला है.
3 साल पहले हुई थी शुरुआत
बता दें की वर्ष 2021 में यहां सकल हिंदू समाज ने पहली बार दीप पर्व मनाया था, इसके बाद से हर वर्ष वैकुंठ चौदस पर यह आयोजन होने लगा. खासियत यह भी है की हर साल यहां एक नया रूप देखने को मिलता है. गत वर्ष 11 हजार दीपों से घाट को सजाया गया था. रंगोली से महापुरुषों जैसे – डॉ. भीमराव आंबेडकर, सरदार पटेल सहित अन्य के चित्र बनाएं गए थे. जलते दीयों से स्वास्तिक, ओम एवं भारत का नक्शा बनाया गया था.
इस वर्ष यह रहेगा नया
आयोजन समिति के अश्विन पाटीदार (गोलू मामा) बताते है की इस वर्ष दीप पर्व और भी भव्य होने वाला है. अयोध्या में बन रहे श्रीराम दरबार, महाकाल लोक, अहिल्या लोक एवं ओंकारेश्वर के शंकराचार्य जी के अद्वैत लोक की आकृति रंगोली से बनाई जाएगी. इस वर्ष बैकुंठ चौदस 26 नवंबर को होने से भोपाल गैस त्रासदी यानी 26/11 की भी यहां झलक देखी जाएगी.
यह रहेगा आकर्षण का केंद्र
वें बताते है की शाम को आकर्षक लेजर लाइटिंग के बीच संतो के सानिध्य में हजारों लोगों द्वारा मां नर्मदा की काकड़ आरती और दीप प्रवाहित होने के साथ छप्पन भोग लगाया जाएगा. जिले सहित नगर के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी. 26/11 की याद में सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि भी अर्पित की जाएगी. यह पूरा आयोजन जन सहयोग से होगा.
.
FIRST PUBLISHED : November 6, 2023, 19:36 IST